भोपाल: मध्य प्रदेश में विधानसभा और लोकसभा चुनाव की करारी हार के बाद कांग्रेस प्रदेश में पार्टी के संगठन को मजबूत करने अब गांव स्तर तक पहुंचेगी. कांग्रेस प्रदेश में ग्राम पंचायत कांग्रेस कमेटी का गठन करेगी. कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में राजनीतिक मामलों के लिए गठित समिति की बैठक में इसका निर्णय लिया गया. हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने बैठक से दूरी बनाए रखी. उधर प्रदेश प्रभारी भंवर जितेन्द्र सिंह ने उनके बैठक में न आने की वजह शादी विवाह का सीजन बताया. साथ ही कहा कि सभी ने अपने सुझाव मोबाइल पर भेज दिए थे.
हर 50 घरों पर बनेगी एक कमेटी
प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी की कार्यकारिणी की यह पहली बैठक थी. बैठक के पहले दिन राजनीतिक मामलों के लिए गठित समिति की बैठक की गई. कांग्रेस प्रदेश प्रभारी रणदीप भंवर सिंह ने बताया कि 'बैठक में तय किया गया कि अब कांग्रेस ग्राम पंचायत स्तर तक अपने संगठन को मजबूत करने के लिए कदम उठाएगी. इसके लिए प्रदेश की सभी 23 हजार ग्राम पंचायतों में कांग्रेस कमेटी का गठन किया जाए जाएगा. इसके अलावा शहरी क्षेत्रों में अभी वार्ड स्तर पर तो कांग्रेस की कमेटी है, लेकिन अब पार्टी 50 घरों पर एक अलग से कमेटी बनाएगी.'
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक (ETV Bharat) रिमोट से नहीं चलेगी कमेटी
प्रदेश प्रभारी ने साफ कर दिया है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी में दिल्ली का हस्तक्षेप कम होगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस कमेटी अपने आप चलनी चाहिए. दिल्ली के रिमोट से कमेटी चले, ऐसा नहीं होना चाहिए. आखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का प्रभारी आकर प्रदेश की कमेटी को चलाए यह नहीं हो सकता.
नियुक्तियों में कोटा सिस्टम खत्म होगा
बैठक में कांग्रेस की ब्लॉक स्तर तक गठित होने वाली कमेटियों में कोटा सिस्टम को लेकर हर बार उठने वाले सवालों को लेकर बैठक में निर्णय लिया गया है कि ब्लॉक स्तर तक बनने वाली कमेटियों में नियुक्तियों को लेकिन नए मापदंड बनाए जाएंगे. प्रदेश प्रभारी भंवन जितेन्द्र सिंह के मुताबिक बैठक में तय किया गया है कि जिला, ब्लॉक कमेटी में अपॉइमेंट के लिए कोई कोटा सिस्टम नहीं होगा, मैरिट बेस पर अपॉइमेंट होंगे. प्रदेश में जल्द ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की बैठक होगी.
बड़े नेता नहीं आए, सुझाव आए
बैठक में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, अजय सिंह के बैठक में शामिल न होने परप्रदेश प्रभारीने कहा कि 'बैठक में सभी बड़े नेता आ गए थे. उनके अलावा जिनका कोई काम पहले था, उन्होंने पहले से ही मैसेज दे दिया था. उन लोगों ने अपने सुझाव और अपनी बात मुझे व्हॉट्सअप से भेज दिए थे. उनकी बात को कमेटी में रख दिया गया है. उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी नेता पूरी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के साथ है. सभी ने भरोसा दिलाया है कि सभी जीतू पटवारी और कांग्रेस कमेटी को समन्वय करें.'