भोपाल।बुधवार को भारतीय जनता पार्टी की चुनाव समिति की बैठक आयोजित हुई. जिसमें 6 लोकसभा एवं 5 राज्यसभा की सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम पर मंथन किया गया. बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, लोकसभा चुनाव प्रभारी डॉ. महेन्द्र सिंह, सह-प्रभारी सतीश उपाध्याय, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल, प्रदेश शासन के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, राकेश सिंह, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भूपेन्द्र सिंह समेत अन्य सदस्य मौजूद रहे.
लोकसभा की 6 सीटों पर रायशुमारी
बैठक में विगत दिनों लोकसभा की 6 सीटों के लिए नियुक्त आर्जवर ने अपनी-अपनी रिपोर्ट बुधवार को पार्टी नेतृत्व को सौंप दी है. इन सभी सीटों पर कार्यकर्ताओं से चर्चा के बाद पार्टी को तीन नामों की सूची सौंपी है. अब इस सूची को दिल्ली में 17, 18 फरवरी को होने केंद्रीय चुनाव समिति में नाम को लेकर चर्चा होगी. रायशुमारी में मिले नाम और क्षेत्र के लिहाज से इन छह सीटों पर 3-3 नामों का पैनल बनाकर केंद्रीय नेतृत्व को भेजे जाएंगे. भाजपा इस सप्ताह केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद आधा दर्जन उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने की तैयारी में है.
राज्यसभा की पांच सीटों को लेकर भी चर्चा
इन सीटों पर भी जो नाम सामने आ रहे हैं उसमें जयभान सिंह पवैया, लाल सिंह आर्य, नरोत्तम मिश्रा, उमाशंकर गुप्ता, विनोद गोटिया के नाम प्रमुख हैं. जयभान सिंह पवैया का नाम सबसे मजबूत दावेदार के रूप में सामने आ रहा है. ग्वालियर से सांसद रहे पवैया राम मंदिर आंदोलन में काफी सक्रिय रहे हैं, उनकी छवि हिंदूवादी नेता की है, वे राजपूत समाज से आते हैं. ऐसे में उन्हें राज्यसभा भेज का पार्टी राम मंदिर आंदोलन से जुड़े लोगों को खुश कर सकती है. दूसरी तरफ पवैया का नाम लोकसभा चुनाव के लिए ग्वालियर से भी चल रहा है.
नरोत्तम मिश्रा भाजपा का बड़ा ब्राह्मण चेहरा
इसके अलावा दूसरा नाम नरोत्तम मिश्रा का है. नरोत्तम मिश्रा प्रदेश में भाजपा का बड़ा ब्राह्मण चेहरा माने जाते हैं. विधानसभा चुनाव में उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था. अब पार्टी उन्हें राज्यसभा भेज कर ब्राह्मण वर्ग को साधने की कोशिश कर सकती है. नरोत्तम के दिल्ली में आला नेताओं से सम्पर्क भी बेहतर बताए जाते हैं. शिवराज सिंह सरकार में उनकी हैसियत नंबर दो की थी. हालांकि उनका नाम रायशुमारी में मुरैना सीट से भी आया है. इसी तरह विधानसभा चुनाव में हार का सामना कर चुके लाल सिंह आर्य का नाम जातिगत समीकरणों की वजह से लिया जा रहा है. वे अभी पार्टी के अजा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं. लाल सिंह से जुड़े सूत्रों की माने तो वे इस बार भिंड लोकसभा सीट से भी दावेदारी जता रहे हैं. दलित वर्ग के लिए आरक्षित इस सीट से अभी संध्या राय सांसद हैं.