भोपाल। मध्य प्रदेश में अवैध हथियारों के निर्माण व उनके विक्रय को लेकर मध्य प्रदेश एटीएस ने गुजरात के सूरत में दबिश दी. जहां 360 बैरल जब्त किए हैं. मामले में मार्च के महीने में मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के सेंधवा में पकड़ाए अवैध हथियारों के तस्कर की निशानदेही पर गुजरात में कार्रवाई की गई है. अभी इस पूरे मामले में एटीएस की जांच पड़ताल जारी है. अवैध हथियारों के कारोबार के लिए बड़वानी जिले के सिकलीगर ने सूरत में एटीएस ने डेरा डाल रखा है.
एमपी में अवैध हथियारों के निर्माण करने वालों और तस्करों पर एटीएस का शिकंजा कसता जा रहा है. इसी कड़ी में एटीएस ने अब गुजरात के सूरत में दबिश देकर बड़ी कार्रवाई की है. यहां से एटीएस ने पिस्टल में उपयोग की जाने वाली अच्छी लेथ मशीनों से बनी 360 बैरल जब्त की है. यह कार्रवाई बड़वानी जिले से हाल ही में गिरफ्तार किए गए एक सिकलीगर की निशानदेही पर की गई है. एटीएस ने पहली बार यह भी खुलासा किया है कि प्रदेश के बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर और धार जिलों के सिकलीगरों द्वारा अवैध हथियारों के निर्माण में कच्चा माल दूसरे राज्यों से मंगवाया जा रहा है.
10 दिन पहले खरगोन में एटीएस ने मारा था छापा
एमपी एटीएस ने बड़वानी जिले के खेतिया थाना के ग्राम धावड़ी निवासी सरनाम सिंह (32 वर्ष) को हाल ही में अवैध हथियारों के कारोबार से जुड़े होने के मामले में सेंधवा से गिरफ्तार किया गया है. प्रारंभिक पूछताछ में उसने बताया कि वह अस्थायी रूप से सूरत के प्रभुनगर क्षेत्र में रहकर अवैध हथियारों के निर्माण में उपयोग होने वाले राॅ मटेरियल और बैरल की सप्लाई एमपी तक करता है. उसकी निशानदेही पर एटीएस ने टीम गठित कर सूरत के हरिनगर उधना में चल रहे योगेश इंजीनियरिंग वर्क्स पर दबिश दी. इस कार्रवाई में 360 बैरल जब्त की. बता दें कि करीब 10 दिन पहले ही एटीएस ने खरगोन जिले के सिग्नूर में अवैध हथियार निर्माण करने वाली फैक्ट्री पर छापामार कार्रवाई करते हुए यहां से 434 बैरल जब्त की थी.
एमपी में कई जगह से थे अवैध हथियार
एमपी एटीएस ने 19 मार्च 2024 को खरगोन जिले के गोगांवा थाना क्षेत्र के सिग्नूर में चल रही अवैध आर्म्स फेक्ट्री पर दबिश देकर अंतर्राज्यीय नेटवर्क का खुलासा किया था. मुखबिर से सूचना मिलने के बाद एटीएस ने खंडवा व सिग्नूर निवासी गुरुबख्त सिकलीगर को खरगोन से पकड़ा था. दोनों आरोपियों की निशानदेही पर खरगोन के सिग्नूर में चल रही फैक्ट्री पर छापा मारा और पहली बार इतनी बड़ी संख्या में पिस्टल में उपयोग की जाने वाली अच्छी क्वालिटी की बैरल, अन्य कलपुर्जे एवं रॉ मटेरियल अन्तर्राज्यीय स्तर पर जब्त किए थे. जांच में एटीएस को पता चला था कि प्रत्येक माह लगभग 500 से अधिक बैरल सूरत (गुजरात) से गुरुबख्त तक पहुंच रही थी.