भोपाल।मध्य प्रदेश के 4 चरणों में मतदान खत्म होने के बाद से ही अब लोगों को 4 जून का इंतजार है. इस दिन लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे घोषित किए जाएंगे. नतीजों को लेकर दोनों ही पार्टियां अपने-अपने दावे करने में जुटी है. बीजेपी जहां सभी 29 सीटें जीतने का दावा कर रही है, वहीं कांग्रेस डबल नंबर पर सीटें जीतने का दावा कर रही है. इस सबके बीच सट्टा बाजार भी गर्म है. फलोदी सट्टा बाजार में बीजेपी के 29 सीट जीतने के दावे को झटका दिया. वैसे बता दें मध्य प्रदेश का मध्य भारत अंचल बीजेपी का गढ़ माना जाता है, लेकिन इनमें आने वाले लोकसभा सीट पर नतीजे चौंका सकते हैं.
प्रदेश के मध्य भारत अंचल में 5 लोकसभा सीटें भोपाल, राजगढ़, विदिशा, होशंगाबाद और बैतूल आती हैं. सवाल है कि क्या इन सीटों पर कांग्रेस बड़ा उलटफेर करने जा रही है. इन पांच सीटों पर बीजेपी का जीत का परचम लहराता रहेगा या फिर कांग्रेस की हार का सूखा खत्म होने जा रहा है. क्या फलोदी सट्टा बाजार की भविष्यवाणी सही निकलेगी?
विदिशा में मामा या दादा ?
विदिशा लोकसभा सीट से इस बार 16 साल तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव लड़ा है. शिवराज की पहचान मामा के रूप में हैं, वहीं उनके खिलाफ कांग्रेस के टिकट पर पीबी शर्मा ने चुनाव लड़ा. जिन्होंने पूर्व में सांसद रहते क्षेत्र में अपनी छवि दादा के रूप में बनाई है. कांग्रेस उम्मीदवार प्रताप भानु शर्मा 1980 और 1984 में सांसद रहे हैं. हालांकि इस सीट पर बीजेपी की मजबूत पकड़ रही है. रामनाथ गोयंनका, अटल बिहारी वाजपेयी के बाद शिवराज सिंह चौहान 5 बार इस सीट से सांसद रह चुके हैं. कांग्रेस यहां 1984 के बाद से कभी नहीं जीती. कांग्रेस को इस सीट से चमत्कार की उम्मीद है.
राजगढ़ में दिग्गी से उम्मीदें
कांग्रेस को राजगढ़ लोकसभा सीट पर उलटफेर की सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं. इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने चुनाव लड़ा है. उनका मुकाबला दो बार के सांसद रोडमल नागर से है. दोनों ही उम्मीदवारों ने यहां प्रचार में खूब पसीना बहाया है. दिग्विजय सिंह ने चुनाव में इमोशनल कार्ड भी खेला. उन्होंने इस चुनाव को अपना आखिरी चुनाव बताकर लोगों से वोट मांगे हैं. उधर बीजेपी ने प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर लोगों का समर्थन मांगा है. वैसे इस सीट पर दिग्विजय सिंह 2 बार और उनके भाई लक्ष्मण सिंह 4 बार लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं. कांग्रेस को उम्मीद है कि यह सीट कांग्रेस की झोली में ही आएगी.
बैतूल लोकसभा होगा उलटफेर ?
बैतूल लोकसभा सीट पर बीजेपी के वर्तमान सांसद दुर्गादास उईके और कांग्रेस के रामू टेकाम के बीच मुकाबला है. रामू टेकाम पिछला लोकसभा चुनाव इस सीट से 3 लाख 60 हजार हार गए थे. इस सीट पर उलटफेर करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने भी कई सभाएं की हैं. उधर बीजेपी ने भी यहां प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी. बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में पीएम नरेन्द्र मोदी तक ने चुनाव सभा की है. वैसे इस सीट पर बीजेपी पिछले करीबन 28 सालों से काबिज है.
भोपाल लोकसभा बीजेपी के लिए आसार
भोपाल लोकसभा सीट पर जीत की राह बीजेपी के लिए आसान दिखाई दे रही है. बीजेपी के उम्मीदवार पूर्व महापौर आलोक शर्मा से कांग्रेस के अरूण श्रीवास्तव से मुकाबला है. कांग्रेस उम्मीदवार के सामने इस सीट पर पहचान का संकट रहा है. भोपाल लोकसभा सीट पर बीजेपी की मजबूत पकड़ रही है. कांग्रेस इस सीट पर आखिरी बार 1984 में जीती थी. हालांकि मजबूत पकड़ होने के बाद भी बीजेपी उम्मीदवार ने यहां खूब मेहनत की है. उनके समर्थन में प्रधानमंत्री मोदी ने भी रोड शो किया है.