खूंटीःजिला में एमवीआई का अपना कार्यालय नहीं है. इस कारण खूंटी एमवीआई शाहनवाज हुसैन को काम करने में परेशानी होती है. इसके बावजूद जिला परिवहन विभाग के एमवीआई ने दो वर्षों के भीतर टारगेट से 300 प्रतिशत अधिक राजस्व वसूली की है.
एमवीआई को कार्यालय में स्थायी कुर्सी नहीं
हालत यह है कि एमवीआई को जिला परिवहन कार्यालय में दूसरे कर्मियों की कुर्सी पर बैठकर कार्यों का निष्पादन करना पड़ा रहा है. कई बार ऐसा भी होता ही कि कर्मचारी कार्यालय बंद कर चले जाते हैं. ऐसे में एमवीआई को सरकारी काम के निष्पादन में परेशानी होती है. एमवीआइ ने बताया कि कार्यालय नहीं होने की लिखित जानकारी विभाग और जिला प्रशासन को दी गई है, लेकिन आज तक उन्हें न ही कार्यालय मिला और न ही बैठने का कोई स्थायी कुर्सी.
राजस्व वसूली में खूंटी का परिवहन विभाग आगे
आपको बता दें कि राज्यभर में खूंटी के मोटर यान निरीक्षक (एमवीआई)ने सबसे अधिक राजस्व की वसूली की है. छोटा जिला होने के बावजूद जिला परिवहन विभाग राजस्व संग्रह में कई जिलों से काफी आगे है. 2023-24 के राजस्व संग्रह की बात करें तो खूंटी जिला के लिए दिसंबर का महीना राजस्व धनवर्षा का रहा. एमवीआई के प्रयास से विभाग ने निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध 662 प्रतिशत राजस्व एकत्रित किया.
2023-2024 में राजस्व संग्रहण में तेजी
उसी तरह अगस्त 2023 में भी 482 प्रतिशत राजस्व संग्रहण किया गया. जुलाई माह में भी 329 प्रतिशत राजस्व जुटाया गया. अन्य माह की बात करें तो सभी माह परिवहन विभाग के लिए निर्धारित लक्ष्य से दोगुना, तीन गुना और उससे भी ज्यादा रहा. अर्थात पूरे एक वित्तीय वर्ष में खूंटी जिला का परिवहन विभाग राजस्व संग्रह में पूर्व में अपने सारे रिकॉर्ड तोड़कर बेहतर राजस्व जुटाया. एक वित्तीय वर्ष में औसतन 280 प्रतिशत राजस्व एकत्रित किया गया.
अप्रैल 2024 से दिसंबर 2024 की बात की जाए तो जून माह को छोड़कर अन्य सभी माह में 150 प्रतिशत से ज्यादा का राजस्व संग्रह परिवहन विभाग द्वारा किया गया. अप्रैल 2024 में निर्धारित लक्ष्य सात लाख 18 हजार के विरुद्ध 332 प्रतिशत अर्थात 23 लाख 88 हजार से ज्यादा का राजस्व जुटाया गया. अन्य सभी माह में भी 200 प्रतिशत से ज्यादा राजस्व जुटाकर मात्र नौ माह में 247 प्रतिशत राजस्व संग्रह किया गया.बता दें कि सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य खूंटी जिला के लिए मात्र 64 लाख 62 हजार था, लेकिन लगातार अभियान चलाकर खूंटी जिला परिवहन विभाग ने डेढ़ करोड़ से ज्यादा राजस्व के रूप में जुटाया गया.