मुरैना। केंद्र सरकार व प्रदेश सरकारें भले ही महिला सशक्तिकरण का ढिंढोरा पीटती फिर रही हैं, लेकिन प्राचीनकाल की तरह अभी भी महिलाओं की खरीद-फरोख्त बदस्तूर जारी है. ऐसा ही एक मामला मंगलवार को मुरैना जिले की बानमोर पुलिस के सामने आया है. पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक चार पहिया वाहन को रोका तो उसमें से एक महिला चिल्लाती हुई बाहर निकली. महिला ने बताया कि तस्कर उसे छत्तीसगढ़ से खरीदकर लाये हैं और राजस्थान लिए जा रहे हैं. पुलिस ने महिला की फरियाद पर तीन महिलाओं सहित 6 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्जकर लिया है और सभी आरोपियों को हवालात में बंद कर दिया है.
पुलिस कर रही थी चेकिंग
जानकारी के अनुसार, लोकसभा चुनाव के चलते जिले की सीमाओं पर पुलिस का पहरा लगा हुआ है. बीते मंगलवार की सुबह बानमोर पुलिस थाने का बल नेशनल हाईवे -44 पर बुद्धपुरा गांव के पास चेकिंग लगाए हुए था. पुलिस यहां से गुजरने वाले छोटे-बड़े सभी वाहनों की चेकिंग कर रही थी. चेकिंग के दौरान पुलिस को ग्वालियर की ओर से एक चार पहिया वाहन आता हुआ दिखाई दिया. नजदीक आने पर पुलिस ने उसे रोका तो उसमे से एक महिला चिल्लाती हुई बाहर निकली.
रिश्तेदार ने बेचा तस्करों के हाथों
मामला संदिग्ध होने पर पुलिस ने महिला से पूछताछ की. फिर महिला ने जो बताया वह हैरान करने वाला था. महिला ने बताया कि, वह मूलरूप से उड़ीसा की रहने वाली है. लेकिन वर्तमान में वह छत्तीसगढ़ के विलासपुर जिले में रहती है. उसके एक रिश्तेदार ने 1 लाख 30 हजार में उसे तस्करों के हाथों बेच दिया है. तस्कर उसे पहले अमोला लेकर आये. फिर यहां से वह उसे राजस्थान लेकर जा रहे हैं.