मुरैना।जब बड़े लुटेरे हाथ नहीं लगे तो मुरैना पुलिस ने अपनी नाकामयाबियों पर पर्दा डालने पुलिस ने मजदूरों को ही आरोपी बनाकर छोटी-मोटी चोरी का खुलासा कर दिया. मामला सिहोनियां थाने के सामने से दिन-दहाड़े हुई चोरी का है. पुलिस ने सोमवार को 4 बदमाशों से सवा दो लाख का माल बरामद करने की बात करते हुए उनको मीडिया के सामने खड़ा कर दिया. मीडिया ने आरोपियों से सवाल-जवाब किये तो पुलिस की पोल खुल गई. फिलहाल पुलिस ने चारों आरोपियों को हवालात में बंद कर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है.
मुरैना में हुई थी 7 लाख की लूट
गौरतलब है की फरवरी का महीना पुलिस के लिए सबसे भारी रहा है. अज्ञात लुटेरों ने सबसे पहले बागचीनी थाना क्षेत्र में दिन-दहाड़े फिल्मी स्टाइल में मुनीम की कनपटी से पिस्टल अड़ाकर सवा दो करोड़ की लूट की बारदात को अंजाम दिया था. लुटेरों को पकड़ने के लिए पुलिस हाथ-पैर मार रही थी, तभी अज्ञात बदमाशों ने शहर के बीचों-बीच स्थित एक सराफा कारोबारी की कनपटी से कट्टा अड़ाकर 7 लाख की दूसरी वारदात को अंजाम दे दिया. इस घटना के बाद पुलिस चकर घिन्नी को गई, हालांकि व्यापारियों के दवाब में एसपी ने बदमाशों को पकड़ने के लिए 3 दिन का समय निर्धारित कर दिया.
एक वारदात को दिया अंजाम
अपनी बात को कायम रखने व पुलिस से लोगों का भरोसा न उठे, इसलिए एसपी ने जिले भर की पुलिस को लुटेरों के पीछे लगा दिया. मुरैना पुलिस सीसीटीव्ही खंगालते हुए लुटेरों की खोज में राजस्थान तक पहुंच गई. यहां पर मुरैना पुलिस ने लुटेरों के घर पर बुल्डोजर चलवा दिया, फिर भी वे पुलिस के हाथ नहीं लगे. इससे पहले कि मुरैना पुलिस उन तक पहुंचती, बदमाशों ने पुलिस से दो कदम आगे चलते हुए धौलपुर पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. पुलिस अभी इस वारदात का खुलासा भी नहीं कर पाई थी कि अज्ञात बदमाशों ने सिहोनियां थाने के ठीक सामने से एक कियोस्क संचालक को लूटकर पुलिस के लिए नई मुसीबत खड़ी कर दी.