शिमला: हिमाचल में साल 2022 के विधानसभा चुनाव में सत्ता पर काबिज होने के लिए कांग्रेस ने जनता को 10 गारंटियों को पूरा करने का वादा किया था, जिसमें सबसे पहली गारंटी सरकारी कर्मचारियों की ओल्ड पेंशन स्कीम को बहाल करना था.जिसके बाद प्रदेश में 8 दिसंबर 2022 को विधानसभा चुनाव परिणाम के नतीजे आए, जो कांग्रेस के पक्ष में रहे.
वहीं प्रदेश में रिवाज बदलने का नारा देने वाली भाजपा के हिस्से में उस वक्त 25 सीटें आई और ऐसे में जयराम सरकार सत्ता से बाहर हो गई, जिसके बाद हिमाचल में सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई और चुनाव के समय किए गए अपने पहले वादे को पूरा करते हुए 1.36 लाख सरकारी कर्मचारियों को ओपीएस का सुख दिया. इसके बाद एक ऐसे बड़ी गारंटी को पूरा करने की दिशा में कदम बढ़ाया, जिसकी कांग्रेस को सत्ता की दहलीज पार कराने में महत्वपूर्ण भूमिका रही थी.
ये थी 18 से 59 वर्ष की महिलाओं को हर महीने 1500 रुपए मासिक पेंशन देने की गारंटी. इसके लिए हिमाचल में इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत प्रदेश में पहली बार 28,249 महिलाओं को 1500 रुपये मासिक पेंशन का लाभ दिया है. हालांकि अब सरकार ने पात्र परिवार से एक ही महिला को 1500 रुपये मासिक पेंशन देने की शर्त लगा दी है, लेकिन फिर भी प्रदेश में 28 हजार से अधिक महिलाओं को हर महीने पेंशन का सुख मिल रहा है.
इन महिलाओं को ही मिलेगा पेंशन का सुख
प्रदेश में 18-59 वर्ष (60 वर्ष की आयु पूरी होने तक) आयु वर्ग की महिलाएं जो हिमाचल की स्थाई निवासी हों.जिनके परिवार से कोई व्यक्ति "केन्द्र/राज्य सरकार के कर्मचारी/पैशनर अनुबन्ध/आउटसोर्स/दैनिक वेतनभोगी/अंशकालिक इत्यादि वर्ग के कर्मचारी, सेवारत / भूतपूर्व सैनिक व सैनिक विधवाएं, मानदेय प्राप्त आंगनवाडी कार्यकर्ता / सहायिका/आशा वर्कर / मिड डे मील वर्कर / मल्टी टास्क वर्कर, सामाजिक सुरक्षा पैशन लाभार्थी, पंचायत राज संस्थाओं या शहरी स्थानीय निकायों के कर्मचारी केन्द्र / राज्य सरकार के अन्तर्गत विभिन्न सार्वजनिक उपक्रम/बोर्ड/कांउसिल/ एजेंसी में कार्यरत / पेंशनभोगी, वस्तु एवं सेवाकर के लिए पंजीकृत व्यक्ति आयकरदाता इत्यादि न हो.ऐसे परिवारों से ही एक महिला 1500 रुपये मासिक पेंशन का लाभ पाने का सुख मिलेगा.