पटना : बिहार में मानसून ने धोखा दे दिया है. हालांकि अभी मौसम विभाग की मानें तो इस बार न सिर्फ बारिश अच्छी होगी बल्कि दो दशकों का रिकॉर्ड भी टूटेगा. इस बार मानसून पूर्णिया के रास्ते बिहार में इंट्री करने वाला है. फिलहाल मानसून पश्चिम बंगाल के इस्माइलपुर में ही डेरा डालकर ठहरा हुआ है. ला नीना के प्रभाव के कारण बिहार में मानसून के आने में देरी हो गई.
लेट हो गया मानसून : हर बार बिहार में 12 से 15 जून के बीच मानसून प्रवेश कर जाता था. लेकिन इस बार 17 जून के बीतने के बावजूद आसमान में कोई लक्षण नहीं दिखाई दे रहा है. गर्मी बेतहाशा बढ़ती ही जा रही है. लोगों को राहत मिलती नहीं दिख रही है. हालांकि किशनगंज में तेज हवाओं के साथ बारिश की चेतावनी मौसम विभाग ने जारी की है.
रिकॉर्डतोड़ होगी बारिश : मौसम की बेरूखी से धान किसानों को सबसे ज्यादा दिक्कत है. धान के बीज डालने का समय भी खत्म होने को है. जैसे तैसे किसान जुगाड़ करके खेतों में धान की नर्सरी उगा रहे हैं लेकिन असल पानी धान की रोपाई के समय चाहिए. खेत सूखे हैं ऐसे में किसानों के अरमान भी सूखते दिखाई दे रहे हैं.