भोपाल:मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव उत्तर प्रदेश के मथुरा दौरे पर हैं. गुरुवार सुबह उन्होंने सपरिवार मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि और बांके बिहारी के दर्शन किए. इस अवसर पर उन्होंने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि श्रीकृष्ण के जन्म और शिक्षा समेत उनके अन्य स्थानों को मध्य प्रदेश सरकार तीर्थ स्थल के रुप में विकसित करेगी. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार श्रीकृष्ण पाथेय का निर्माण करने जा रही है. इसमें भगवान कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा को भी शामिल किया जाएगा.
मोहन यादव ने खरीदी लड्डू गोपाल की प्रतिमा
श्रीकृष्ण जन्मस्थली और बांके बिहारी के दर्शन करने के बाद सीएम मोहन यादव सपरिवार बाजार घूमने पहुंचे. इस दौरान मथुरा में उन्होंने लड्डू गोपाल की प्रतिमा खरीदी. इससे संबंधित एक वीडियो भी मोहन यादव के सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स से पोस्ट किया गया है. इसमें लिखा है कि "भगवान श्रीकृष्ण की जन्म स्थली मथुरा में दर्शन के पश्चात मधुसूदन के बाल स्वरुप की प्रतिमा ली. लड्डू गोपाल का मनमोहक विग्रह इतना सुंदर, जैसे प्रभु स्वयं ही हों. इसके साथ ही एक्स पर लिखा कि श्रीकृष्ण की कृपा मध्य प्रदेश वासियों पर बनी रहे, सबका मंगल और कल्याण हो."
कुल्हड़ में पी लस्सी, यूपीआई से किया पेमेंट
सीएम मोहन यादव ने मथुरा यात्रा के दौरान वृंदावन के एक होटल में कुल्हड़वाली लस्सी पी. इस दौरान सीएम मोहन यादव ने कहा कि "वृंदावन के भक्तिमय वातावरण ने इस कुल्हड़ वाली लस्सी का आनंद दोगुना कर दिया. लस्सी पीने के बाद डॉ मोहन यादव ने खुद अपने मोबाइल से यूपीआई पेमेंट भी किया."
कुल्हड़ में लस्सी पीते मोहन यादव (ETV Bharat) यूपीआई से पेमेंट करते मोहन यादव (ETV Bharat) श्रीकृष्ण के मार्ग की खोज के लिए बनेगा न्यास
बता दें कि बीते 20 नवंबर को आयोजित कैबिनेट की बैठक में मध्य प्रदेश सरकार ने राम वन गमन पथ की तरह श्री कृष्ण के मार्ग की खोज करने का निर्णय लिया है. मध्य प्रदेश में भगवान कृष्ण के पग किन स्थानों पर पड़े, यह जानने के लिए शोध किया जाएगा. उन सब जगहों को नोटिफाई किया जाएगा. इन सब कामों के लिए बकायदा श्रीकृष्ण पाथेय न्यास की स्थापना होगी. इस न्यास में एक शासकीय और 5 अशासकीय समेत कुल 28 सदस्य होंगे. जब श्री कृष्ण पथ नोटिफाई हो जाएगा तो उस क्षेत्र के जो मंत्रिमंडल में सदस्य होंगे, उनको भी जोड़ा जाएगा.
मथुरा में मोहन यादव (ETV Bharat) श्रीकृष्ण पाथेय में शामिल होंगे ये स्थल
मध्य प्रदेश में श्री कृष्ण पाथेय योजना के तहत उज्जैन, इंदौर, सागर, पन्ना, रायसेन और देवास सहित 8 जिलों के उन स्थलों को धार्मिक पर्यटन के बतौर विकसित किया जाएगा, जहां द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण के चरण पड़े थे. ये सभी स्थान उनके विद्या अध्ययन, विश्राम और विवाह जैसे प्रसंग से जुड़े हुए हैं. इसके साथ ही श्रीकृष्ण की जन्मभूमि मथुरा, वृंदावन सहित उनसे जुड़े अन्य राज्यों के स्थलों को भी शामिल किया गया है. इनमें द्वारिका, अमरावती, सोमनाथ और रणथंबोर भी शामिल हैं. मध्य प्रदेश के सभी स्थलों के साथ अन्य राज्यों के तीर्थ स्थलों का एक नक्शा भी तैयार कराया जा रहा है.