पटनाः महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र सारण और सिवान जिला के कुछ इलाकों को मिलाकर बना है. यहां छठे फेज में 25 मई को मतदान होना है. एनडीए की ओर से भाजपा ने निर्वतमान सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल पर दांव लगाया है. कांग्रेस में अभी माथापच्ची चल रही है. इस बीच सारण स्थानीय निकाय से चुने गये एमएलसी सच्चिदानंद राय ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी. इसके बाद अब त्रिकोणीय लड़ाई होने के कयास लगाये जा रहे हैं.
त्रिकोणीय हुआ मुकाबलाः अब तक प्रशांत किशोर के साथ जन सुराज आंदोलन में शामिल एमएलसी सच्चिदानंद राय के महाराजगंज सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद काराकाट लोकसभा की तरह यहां भी मुकाबला दिलचस्प हो गया है. इस मौके पर सच्चिदानंद राय ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि 'मैं जब भी चुनाव लड़ता हूं तो एक नए रिकॉर्ड के साथ चुनाव लड़ता हूं और इसमें भी नया रिकॉर्ड बनेगा.'
जनता लड़ा रही चुनावः सच्चिदानन्द राय से पूछा गया कि आप चुनाव लड़ रहे हैं इस चुनाव का क्या प्रारूप होगा? कैसे चुनाव लड़ेंगे? तो उन्होंने बताया कि ''जैसे चुनाव लड़ा जाता है वैसे चुनाव लड़ने जा रहा हूं. वहां की जनता का समर्थन है और वहां की जनता मुझे चुनाव लड़ा रही है. और ऐसा ही होता रहा है वहां के लोग मुझे चुनाव लड़ाते हैं और और वोट देकर जिताते हैं. मैं निश्चित रूप से यह कोशिश करता हूं कि एक-एक वोटर से जाकर मिलूं, उनकी समस्या को समझू ताकि जब मेरा कार्यकाल शुरू हो उन समस्याओं का निदान कर सकूं.''
पीके का सहयोग नहींः उनसे पूछा गया कि क्या आप प्रशांत किशोर के समर्थित उम्मीदवार होंगे? उन्होंने कहा कि कहा कि किसी को भी प्रशांत किशोर या फिर जनसुरज कोई समर्थन देने नहीं जा रहा है. वह दल है ही नहीं. तो समर्थन का कोई प्रश्न नहीं उठाता है. लेकिन, मैं जब उस परिवार का हूं. उन्होंने कहा कि जनसुरज एक अभियान है. अभी दल में परिवर्तित होना बाकी है. हो सकता है विधानसभा चुनाव से पहले हो जाए. जब बिहार के कई लोग इकट्ठा होकर पार्टी बनाएंगे. सच्चिदानंद राय ने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में प्रशांत किशोर का कोई योगदान नहीं होने वाला है.
जन सुराज की मुहिम बहुत बड़ीःउनसे जब पूछा गया कि सच्चिदानंद राय को तो उसी रूप में देखा जाएगा, क्योंकि हर बार आप प्रशांत किशोर के साथ दिखे हैं. मंच पर दिखे हैं. तो सचिदानन्द राय ने कहा कि मैं इस छवि को तोड़ना भी नहीं चाहूंगा. जा की जैसी भावना, मूरत जिन देखी जैसी भाव से मुझे लोग जिस रूप में पसंद करेंगे, मुझे स्वीकार है. जनता जनार्दन के अलावा मुझे किसी से मतलब नहीं है. निश्चित रूप से प्रशांत किशोर के साथ मैं कदम से कदम मिलाकर चल रहा हूं, मैं हूं, रहूंगा. जब तक बिहार के व्यवस्था परिवर्तन को हम लोग जमीन पर उतारने का काम नहीं करेंगे, तब तक हम लोग इस आंदोलन से जुड़े रहेंगे.
रिकॉर्ड मतों से जीत का दावाःसवाल किया गया कि आपका एक रिकॉर्ड रहा है कि आप पार्टी छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं तो भारी मतों से जीते हैं, क्या इस चुनाव में भी रिकॉर्ड बनेगा. तो सचिदानन्द राय ने कहा कि हर बार पिछले चुनाव से बेहतर परिणाम देता हूं. पहली बार मैंने 52% वोट पाया था. दूसरी बार 56% वोट पाया और इस बार लगता है कि यदि ऐसा ही कुछ रहा तो 60 फीसदी वोट पाकर विजयी रहूंगा.