जयपुर: जयपुर जिला कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को जयपुर और जयपुर ग्रामीण जिला स्तरीय जनसुनवाई कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आम जनता अपनी शिकायतें लेकर पहुंची. कुछ समस्याओं का प्रशासनिक अधिकारियों ने हाथों-हाथ निस्तारण भी किया. जनसुनवाई में सिविल लाइंस से भाजपा विधायक गोपाल शर्मा ने कार्य नहीं होने के कारण नगर निगम की कार्यशैली को लेकर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि नगर निगम की कार्यशैली घोर असंतोषजनक है. जनसुनवाई में कुल 241 शिकायतें आई, जिनमें से कुछ शिकायतों का हाथों-हाथ निपटारा भी किया गया.
विधायक गोपाल शर्मा ने निगम की कार्यशैली पर जताई नाराजगी (ETV Bharat Jaipur) दरअसल पिछली जनसुनवाई में विधायक गोपाल शर्मा ने अपनी विधानसभा क्षेत्र के 40 से अधिक स्थानों पर अतिक्रमण, अवैध मांस की बिक्री और कचरे के ढेर लगे होने की शिकायत की थी. उस समय जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी ने नगर निगम के अधिकारियों को सभी समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए थे. आज हुई जनसुनवाई में गोपाल शर्मा ने कहा कि पिछली बार के मुकाबले इस बार स्थिति ज्यादा खराब है. नगर निगम ने उनकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की. उन्होंने कहा कि नगर निगम की कार्यशैली घोर असंतोषजनक है.
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इस पर जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रतिभा वर्मा ने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन स्थानों के लिए गोपाल शर्मा की ओर से शिकायत की गई है, वहां एक्शन लिया जाए और उसकी 7 दिन तक मॉनिटरिंग की जाए ताकि फिर से अतिक्रमण न हो और कचरे के देर भी न लगे. इसकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों और विधायक गोपाल शर्मा को भी दी जाए. जनसुनवाई में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कुछ जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे. जनसुनवाई में जयपुर शहर सांसद मंजू शर्मा, सिविल लाइंस से भाजपा विधायक गोपाल शर्मा, चौमूं से कांग्रेस विधायक शिखा मील और आमेर से कांग्रेस विधायक प्रशांत शर्मा, जयपुर जिला प्रमुख रमादेवी चोपड़ा भी मौजूद रही.
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आपको बता दें कि जनसुनवाई के दौरान जयपुर जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी मौजूद नहीं थे. उनकी जगह जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रतिभा वर्मा ने जनसुनवाई की. उनके साथ अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रथम विनीता सिंह, अतिरिक्त जिला कलेक्टर द्वितीय आशीष कुमार, अतिरिक्त जिला कलेक्टर उत्तर मुकेश कुमार और अतिरिक्त जिला कलेक्टर चतुर्थ सुमन पवार भी मौजूद थी. जनसुनवाई खत्म होने से एक घंटा पहले जितेंद्र कुमार सोनी भी जनसुनवाई में पहुंचे और उन्होंने भी आम जनता की समस्या सुनी.
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कालवाड़ पंचायत समिति के परिवादी राम सिंह ने बताया कि एक सरकारी जमीन पर सालों से फसल बोई जा रही है. इसकी शिकायत पर न तो तहसीलदार ध्यान दे रहे, ना ही पुलिस. उन्होंने कहा कि वह 10 बार जनसुनवाई में आ चुके हैं लेकिन अभी तक उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. राम सिंह के मामले को लेकर गोपाल शर्मा ने कहा कि 25 साल से सरकारी भूमि पर फसल उगाई जा रही है. उसकी कटाई भी की जा रही है. इससे साफ जाहिर होता है कि थानाधिकारी सही तरीके से कार्य नहीं कर रहे हैं.
चौमूं के वार्ड 14 के जिला पार्षद महेंद्र कुमावत भी जलभराव और पानी की समस्या को लेकर जनसुनवाई में पहुंचे. उन्होंने कहा कि जनसुनवाई का कोई असर अधिकारियों पर होता दिखाई नहीं दे रहा है. वे चौथी बार जनसुनवाई में आए हैं, लेकिन उनकी समस्या का अब तक समाधान नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि उनके वार्ड में 50 घरों में एक बूंद भी पानी सप्लाई नहीं हो रहा. इस समस्या का अब तक समाधान नहीं हुआ है. महेंद्र कुमावत ने आरोप लगाया कि राजनीतिक कारण से मामले को अटकाया जा रहा है.