रांचीः राजधानी में एक गरीब मासूम नाबालिग के साथ चार दरिंदो ने गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया है. मामला रांची के ओरमांझी थाना क्षेत्र का है. गैंगरेप की इस वारदात ने ओरमांझी थाने की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान लगा दिया है.
कार में उठा ले गए दरिंदे
रांची के ग्रामीण इलाकों में खुलेआम दरिंदे घूम रहे हैं. खरसीदाग ओपी क्षेत्र में फौजी की पत्नी के साथ हुए गैंगरेप की घटना के बाद अब रांची के ओरमांझी थाना क्षेत्र में भी चार हैवानों ने एक 15 वर्षीय लड़की की अस्मत लूट ली. पीड़ित लड़की ओरमांझी इलाके में अपनी मां के साथ छोटे-मोटे काम करके और कभी कभी भीख मांग कर गुजारा किया करती थी.
मंगलवार की देर रात लड़की ओरमांझी के पंचायत सचिवालय के पास सोई हुई थी. इसी दौरान कुछ युवक कार से लड़की के पास पहुंचे और उसे जबर्दस्ती कार में बिठा लिया, इसके बाद नाबालिग को आनंदी बगीचा ले गए, जहां सभी ने लड़की के साथ दुष्कर्म किया. वारदात को अंजाम देने के बाद कार में सवार अपराधियों ने आनंदी बगीचा के पास सड़क पर नाबालिग को फेंक दिया और फरार हो गए.
ओरमांझी पुलिस की भूमिका पर सवाल
घटना मंगलवार की रात की ही है, लेकिन सबसे हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि ओरमांझी पुलिस के द्वारा इस मामले में पर्दा डालने की पूरी कोशिश की गई, ताकि बात मीडिया तक न पहुंचे. जिस इलाके में गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया है, उस इलाके में ओरमांझी पुलिस का माइक और पीसीआर वाहन हमेशा पेट्रोलिंग करते रहता है. मामले की जानकारी के लिए ओरमांझी थानेदार आलोक सिंह को कई बार फोन किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया. बाद में रांची पुलिस के वरीय अधिकारियों ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया है कि आरोपियों को गिरफ्तारी के लिए प्रयास किया जा रहा है.