पटना:बिहार में छपरा और सिवान में जहरीली शराब से दर्जनों लोगों की मौत हो गई है और इसको लेकर मद्य निषेध एवं निबंधन विभाग के मंत्री रत्नेश सदा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी कहीं से भी फेल नहीं है. इसको प्रशासनिक विफलता नहीं मानना चाहिए. रत्नेश सदा ने कहा कि शराब माफियाओं पर सरकार सीसीए (क्राइम कंट्रोल एक्ट) लगाने की तैयारी कर रही है. इसको लेकर हम अपने अधिकारियों से और मुख्यमंत्री से भी बात कर रहे हैं.
'शराब माफियाओं पर लगेगा CCA':मंत्री रत्नेश सादा ने कहा कि जैसे ही मुझे सूचना मिली मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग के पदाधिकारी को घटनास्थल पर भेजा है. पदाधिकारी लगातार कैंप कर रहे हैं. एसआईटी का गठन किया गया है. मंत्री रत्नेश सदा ने कहा जहां घटना घटी है उस क्षेत्र के थानेदार को निलंबित कर दिया गया है और विभागीय कार्रवाई भी शुरू हो गई है.
मद्य निषेध एवं निबंधन विभाग के मंत्री रत्नेश सदा (ETV Bharat) "मुख्यमंत्री और विभागीय सचिव से बात कर जो भी धंधे में लिप्त हैं, उनके खिलाफ हम सीसीए कानून लाने की कोशिश करेंगे. मृतक के परिजनों को सरकार मुआवजा देगी. अवैध शराब बेचने वाले पर सरकार कठोर कार्रवाई करेगी. अभी तक 17 से ज्यादा लोग गिरफ्तार हुए हैं. जहरीली शराब से मौत दुखद है लेकिन लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है."-रत्नेश सदा, मद्य निषेध एवं निबंधन विभाग मंत्री, बिहार सरकार
'लोग चुरा कर पी लेते हैं..':उन्होंने कहा कि लोग भी समझे कि शराब सेहत के लिए खराब है. खास करके कच्चा स्प्रिट लोग चुरा कर के पी लेते हैं और यही कारण है कि इस तरह की घटना हो रही है. मंत्री रत्नेश सदा ने कहा कि सिवान में 6 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हुई है जबकि छपरा में दो लोगों की मौत हुई है. 22 लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं और तीन लोगों की आंख की रोशनी गई है.
'सिवान और छपरा के थाना प्रभारी निलंबित': रत्नेश सदा ने कहा कि छपरा में जिस क्षेत्र में यह घटना हुई है, वहां के थाना प्रभारी और चौकीदार को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है और सिवान में भी वहां के थाना प्रभारी और चौकीदार को निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस घटना में जो भी सम्मिलित होंगे निश्चित तौर पर उन पर कार्रवाई होगी. लापरवाह अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी.
'शराबबंदी पर समीक्षा की जरूरत नहीं': उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी कानून लागू किया है, कहीं से भी इसको समीक्षा करने की जरूरत नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार राज्य से जिन राज्यों का बॉर्डर सटा हुआ है, वहां से शराब बिहार में प्रवेश नहीं करें इसका प्रयास विभाग लगातार कर रहा है. पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, झारखंड के सचिव से हम शराबबंदी को लेकर लगातार बात करते रहते हैं कि किसी भी तरह वह लोग बिहार में शराब को दाखिल नहीं होने दें.
परिवहन मंत्री ने क्या कहा?:वहीं परिवहन मंत्री शीला मंडल ने कहा कि जब शराबबंदी है तब इस तरह की घटना हो रही है. लोगों को समझना चाहिए कि शराब कितनी खराब चीज है. जो भी दोषी हैं उन पर सरकार के तरफ से सख्त कार्रवाई की जा रही है.
"कुछ दिन पहले शराबबंदी हटाने को लेकर बयान आ रहे थे, अब सोचिए ये कितनी खराब चीज है. कईयों की जान जाती है. कोई भी काम होता है, तुरंत सौ प्रतिशत नहीं हो सकता, निरंतर होता है. जहरीली शराब ने कईयों के घरों को बर्बाद कर दिया है. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा." -शीला मंडल, परिवहन मंत्री, बिहार
जहरीली शराब से मौत:बता दें कि बुधवार को छपरा और सिवान में जहरीली शराब का कहर देखने को मिला. जहरीली शराब ने अबतक 28 लोगों की जिंदगी खत्म कर दी है. इसके अलावा दर्जनों लोगों की आंखों की रोशनी जा चुकी है. वहीं कई लोगों को गंभीर स्थिति में पटना रेफर किया गया है. सिवान और छपरा में 20 और 4 लोगों की मौत की प्रशासन ने पुष्टि की है.