मंत्री किरोड़ी लाल ने क्या कहा, सुनिए... दौसा.कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा रविवार को निजी कारणों से दौसा पहुंचे. यहां मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा. साथ ही दलबदल करने वाले नेताओं पर भी कटाक्ष किए. उन्होंने कहा कि भाजपा में आने वाले नेता पार्टी की विचारधारा से प्रभावित होकर आएं, टिकट मांगने की दृष्टि से पार्टी में नहीं आएं.
ईआरसीपी की मांग 1989 से उठा रहा था :उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का पगफेरा इतना अच्छा है कि पूर्वी राजस्थान के 21 जिलों के लोगों को चंबल का पानी मिलेगा. वहीं, शेखावाटी के लोगों को यमुना का पानी भी मिलेगा. मीणा ने आगे कहा कि उन्होंने 1989 से ईआरसीपी (पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना) के इस मुद्दे को विधानसभा, राज्यसभा और लोकसभा में उठाया है. सड़क से संसद तक इस मुद्दे को उठाया है. पिछली कांग्रेस सरकार के समय भी ईआरसीपी की मांग को लेकर वो हाईकोर्ट से 50 हजार लोगों के साथ जयपुर कूच किया था, लेकिन पिछली सरकार सिर्फ आश्वासन दे रही थी. अब डबल इंजन की सरकार ने सत्ता में आते ही राजस्थान में 21 जिलों में ईआरसीपी को स्वीकृति दे दी.
पढ़ें. कृषि मंत्री बोले, 'किसानों और आपदा पीड़ितों को मिलेगा मुआवजा, दौसा लोकसभा से मेरे भाई की चुनाव लड़ने की इच्छा'
इनके लिए दरवाजे खुले हैं :उन्होंने नेताओं के दलबदल होने के सवाल पर कहा कि दलबदल ठीक है. जिसकी जहां इच्छा है, वो वहीं जाए. जो हमारे विचारों और सिद्धांतों से खुश है, उनके लिए पार्टी के दरवाजे खुले हैं. पार्टी की विचारधारा से प्रभावित होकर आएं, टिकट मांगने की दृष्टि से पार्टी में नहीं आएं. 10 साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को उन्नत किया है. आज विश्व पटल पर हिंदुस्तान का दबदबा है. अयोध्या में राम मंदिर बनाने से पूरा देश राममय है.
मंत्री-विधायकों के प्रमाण एसओजी को दिए :मीणा ने पेपर लीक मामले को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि 63 थानेदार सलाखों के पीछे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली कांग्रेस सरकार में उन्होंने कहा था कि थानेदार फर्जी है, जेईएन फर्जी है, मास्टर फर्जी है, एसडीएम फर्जी है, लेकिन मामले को लेकर गहलोत सरकार कुंडली मारकर बैठ गई. वहीं, प्रधानमंत्री ने विधानसभा चुनाव में कहा था कि पेपर लीक के आरोपियों को पाताल से भी खोज लाएंगे और अब एसओजी पाताल में पहुंच गई है. 63 थानेदारों को जेल में डाल दिया. एसओजी अभी गहराई से जांच कर रही है. इस दौरान उन्होंने दावा किया कि जिन मंत्री और विधायकों के नाम इसमें लिप्त बताए थे, इसके प्रमाण भी एसओजी को दे दिए हैं. इसमें माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, आरपीएससी के हेड सबको लेकर गहराई से एसओजी जांच कर रही है.