रांचीः झारखंड में खेल प्रतिभा को निखारने के उद्देश्य से चंपाई सरकार ने कदम बढाना शुरू कर दिया है. इसके तहत गुरुवार 14 मार्च को झारखंड मंत्रालय में खेल निदेशालय के द्वारा सौगातों की बौछार की गई.
रांची में खेल मंत्री हफीजुल हसन और विभागीय सचिव मनोज कुमार की मौजूदगी में खिलाड़ियों के बीच न केवल खेल सामग्री वितरित की गई बल्कि 18 क्रीड़ा प्रशिक्षण को नियुक्ति पत्र भी प्रदान किया गया. जिन क्रीड़ा प्रशिक्षकों को मंत्री के हाथों नियुक्ति पत्र सौंपा गया उसमें कबड्डी, बैडमिंटन सहित कई खेल से जुड़े प्रशिक्षक शामिल हैं. इस मौके पर रांची सहित 6 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का भी शुभारंभ करने की घोषणा की गई. जिसके तहत प्रत्येक केंद्र में 25 खिलाड़ियों के लिए प्रशिक्षण की सारी सुविधाएं सरकार के द्वारा प्रदान की गई हैं.
इसके अलावा खिलाड़ी कल्याण कोष द्वारा खिलाड़ियों को सहायता राशि प्रदान कर सरकार ने बीमारी से जूझ रहे खिलाड़ियों को राहत पहुंचाने की कोशिश की. सिमडेगा की कैंसर पीड़ित हॉकी खिलाड़ी को 37 हजार रुपये की सहायता राशि दी गई. हालांकि यह राशि गंभीर बीमारी की तुलना में काफी कम होने की वजह से कार्यक्रम के दौरान चर्चा में रहा. हॉकी इंडिया और झारखंड सरकार के खेल निदेशालय के द्वारा वितरित की जा रही खेल सामग्री के दौरान आर्चरी के खिलाड़ियों ने इसे लेने से इनकार करती दिखीं. इसके पीछे की वजह रही कि जो आर्चरी खिलाड़ियों को दी जा रही थी वह उनके लायक नहीं था. इसके बाद मंत्री हफीजुल हसन के आश्वासन के बाद नाराज खिलाड़ियों ने आर्चरी किट लेने पर सहमत हुईं.
इन नये सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की होगी शुरुआत, जानें क्या मिलेंगी सुविधाएंः
फुटबॉल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बिरसा मुंडा स्टेडियम, रांची. फुटबॉल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, धनबाद. हॉकी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, सिमडेगा. एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम, सिमडेगा. कुश्ती सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खेलगांव, रांची. बैडमिंटन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खेलगांव, रांची और एथलीट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस चंदनक्यारी, बोकारो में शुरुआत करने की घोषणा मंत्री की ओर से की गयी है. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के जरिए खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने में सुविधा होगी. इन केंद्रों में खिलाड़ियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी. प्रशिक्षण के लिए प्रत्येक खिलाड़ी को प्रति दिन 350 रुपया दिया जाएगा. इसके अलावा बीमारी से जूझ रहे खिलाड़ियों को सरकारी मदद दी जाएगी. इसके अलावा भविष्य में खिलाड़ियों को पेंशन देने पर भी सरकार विचार कर रही. इसके अलावा विभिन्न खेलों के प्रशिक्षकों की नियुक्ति के लिए सरकार कई कदम उठाने जा रही है.