पटना:बिहार सरकार में ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव ने साफ-साफ 2025 का लक्ष्य जनता को बता दिया है. आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों की तैयारियां जारी है. जनता को अपने पाले में करने के लिए कई हथकंडे अभी से अपनाए जाने लगे हैं. पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने महागठबंधन की सरकार बनने पर 200 यूनिट बिजली फ्री देने की बात कही. फिर कांग्रेस ने भी फ्री बिजली का दांव खेला. विपक्ष से अलग नीतीश कुमार ने अपना एजेंडा तैयार किया है और फिलहाल नीतीश सरकार बिजली का फ्री कार्ड खेलने के मूड में नहीं है.
फ्री बिजली नहीं देंगे नीतीश कुमार: दरअसल गुरुवार को बिहार सरकार के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाया. इस कांफ्रेंस में बिजेंद्र यादव ने विपक्ष पर जमकर हमला किया. स्मार्ट मीटर को लेकर उन्होंने विपक्ष के आरोपों पर कटाक्ष किया और कहा कि 2025 तक स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य पूरा किया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि हम पहले से ही बिहार में मुफ्त बिजली देने के खिलाफ हैं.
"बहुत स्टेट अलग-अलग धंधा करता है तो क्या हम भी वही काम करे. हमारे पास गरीब उपभोक्ता ज्यादा है. अन्य राज्यों में इंडस्ट्री ज्यादा है, इसलिए उनको फायदा होता है. उससे हमारी तुलना मत कीजिए. हमलोग पहले से ही फ्री बिजली के खिलाफ हैं. अभी 15 हजार करोड़ से ज्यादा सब्सिडी दिया जा रहा है. लोगों को जो बिल जाता है उसमें लिखा होता है कि बिल कितना है और सब्सिडी कितना है."- बिजेंद्र यादव, ऊर्जा मंत्री, बिहार सरकार
आरजेडी ने खेला फ्री बिजली का दांव: पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ऐलान करते हुए कहा था कि अगर आरजेडी सरकार बनी तो हम 200 यूनिट फ्री बिजली देंगे. पूरे प्रदेश के लोग बिजली के बिल से परेशान हैं. देश में सबसे महंगी बिजली बिहार में मिलती है.
कांग्रेस ने भी की घोषणा: वहींआरजेडी के बाद कांग्रेस ने भी बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने पर 200 यूनिट बिजली फ्री देने का वादा किया है. बता दें कि बिहार में स्मार्ट मीटर को लेकर सियासत तेज हो गई है. इसके खिलाफ विपक्ष ने बड़े आंदोलन की तैयारी की है.