रायपुर में पानी के लिए मटका प्रदर्शन, बीजेपी पार्षदों और लोगों ने छेड़ा महापौर पानी दो अभियान - Protest for water in Raipur
रायपुर में पानी के लिए पार्षदों और रायपुर वासियों ने अनोखा विरोध प्रदर्शन किया है. सड़क पर उतरकर बीजेपी पर्षदों और लोगों ने महापौर पानी दो अभियान छेड़ कर अपनी आवाज बुलंद की है.
रायपुर:छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में इन दिनों पानी की समस्या से लोग परेशान हैं. यहां नगर निगम रायपुर क्षेत्र के अंतर्गत 70 वार्ड हैं. जिनमें से अधिकांश वार्डों में वार्डवासी पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. भाजपा पार्षदों का प्रतिनिधि मंडल पिछले महीने नगर निगम के महापौर एजाज ढेबर को इस समस्या से अवगत करा चुका है. बावजूद इसके आज तक पानी की समस्या का हल नहीं निकल पाया है. मंगलवार को भाजपा पार्षद और स्थानीय लोगों ने मिलकर राजधानी के लाखे नगर ढाल स्थित 56 भोग के सामने पानी की समस्या को लेकर अनोखा प्रदर्शन किया. लोगों ने यहां खाली मटके पर महापौर पानी दो लिखकर अपना विरोध जताया.
"शहर के अधिकांश वार्डों के नल में पीने का पानी भी कम आ रहा है. हैंडपंप के पानी भी सूख रहे हैं. ऐसे में मोहल्लेवासियों को पानी टैंकरों की आवश्यकता है बावजूद इसके इस समस्या को नगर निगम के महापौर ने अनदेखा कर दिया." स्थानीय निवासी, रायपुर
महापौर को पानी की समस्या से करा चुके हैं अवगत: रायपुर नगर निगम के पंडित सुंदरलाल शर्मा वार्ड क्रमांक 42 के भाजपा पार्षद मृत्युंजय दुबे ने बताया कि "भाजपा पार्षद दल ने पिछले महीने महापौर को पेयजल की समस्या से अवगत कराया था. नगर निगम क्षेत्र के वार्डों में पानी की समस्या है. भीषण गर्मी की वजह से लोगों के घरों का हैंडपंप सूख रहा है. नलों में पानी कम आ रहा है. ऐसे में शहर के वार्डों में पानी टैंकर की जरूरत है."
रायपुर महापौर एजाज ढेबर को इस समस्या से एक महीने पहले अवगत कराया गया था. बावजूद इसके यह समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है. जिनके घरों में नल और बोर हैं वहां पर नलों में पानी तो कम आ ही रहा है इसके साथ ही घरों में लगे हुए बोर भी सूखने के कगार पर पहुंच गए हैं. इसके साथ ही गली मोहल्ले में सार्वजनिक हैंडपंप भी सूख रहे हैं और पानी का लेवल भी काफी नीचे चला गया है. लोगों के घर और वार्डों में टैंकर की मांग भी पहले की तुलना में काफी बढ़ गई है. उमस और गर्मी बढ़ी हुई है, ऐसे में पहले की तुलना में पानी की खपत भी बढ़ गई है और अब तक मानसून का कोई भरोसा भी नहीं है. महापौर सब कुछ जानते हुए भी मुंह मोड़ कर बैठे हुए हैं.": मृत्युंजय दुबे, बीजेपी पार्षद
कांग्रेस पार्षदों के वार्डों में पानी की समस्या हुई विकराल: बीजेपी पार्षद मृत्युंजय दुबे ने बताया कि "कांग्रेस के कई पार्षद हैं जिनके वार्डों में भी पानी की समस्या गंभीर रूप धारण कर चुकी है और इसकी जानकारी महापौर एजाज ढेबर को दी गई है. बावजूद इसके इस पर अब तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई महापौर की ओर से नहीं की गई है. जिसको लेकर पार्षद और स्थानीय लोगों में भी गुस्सा देखने को मिल रहा है. कांग्रेस के पार्षद भी सड़कों पर उतरकर पानी की समस्या को लेकर प्रदर्शन कर चुके हैं. लेकिन पानी की यह समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है.
"पानी की मांग को लेकर रायपुर नगर निगम में भी हंगामा हो चुका है. बीते सोमवार को वार्ड नंबर 36 के कांग्रेस पार्षद अनवर हुसैन ने MIC की बैठक के दौरान अर्धनग्न प्रदर्शन किया. इस बात की चर्चा भी गर्म रही. ऐसे में साफ है कि महापौर एजाज ढेबर को विकास के कार्य या फिर पेयजल की समस्या से कोई लेना-देना नहीं है. वार्डवासी बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं. अमृत मिशन योजना के तहत लगाए गए नल कनेक्शन से भी पानी सप्लाई कम हो रही है. डंगनिया में पानी टंकी बनाई गई है. अमृत मिशन योजना के तहत 65 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाई गई है और लोगों के घरों में नल कनेक्शन भी दिया गया है. बावजूद इसके वार्डवासियों के घर मे लगे नलों में पानी की सप्लाई नहीं हो रही है.": मृत्युंजय दुबे, बीजेपी पार्षद
पानी की समस्या राजधानी रायपुर में विकराल रूप धारण करता जा रहा है. जब छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर का यह हाल है तो प्रदेश के अन्य जिलों और शहरों का क्या हाल होगा यह सोचने वाली बात होगी.