कवर्धा:जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है वैसे-वैसे आगजनी की भी घटनाएं भी बढ़ने लगती है. इस साल जिले में गर्मी की अभी शुरुआत ही है.फिर भी आगजनी की दर्जनों घटनाएं सामने आ चुकी है. मंगलवार को फिर एक बार जिले के पिपरिया थाना क्षेत्र के सेमो गांव में लक्ष्मी गुड़ उद्योग में रखे गन्ना बकास में अचानक आग लग गई. गुड़ उद्योग के कर्मचारियों ने ट्यूबवेल की मदद से आग को बुझाने का प्रयास किया. लेकिन असफल रहे.
कवर्धा के गुड़ फैक्ट्री में लगी भीषण आग, लाखों का गन्ना बकास जलकर राख - jaggery factory of Kawardha - JAGGERY FACTORY OF KAWARDHA
कवर्धा के गुड़ फैक्ट्री में आगजनी की बड़ी घटना हो गई.आगजनी में लाखों रुपए का गन्ना बकास जलकर राख हो गया.
![कवर्धा के गुड़ फैक्ट्री में लगी भीषण आग, लाखों का गन्ना बकास जलकर राख - jaggery factory of Kawardha massive fire in jaggery factory](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/02-04-2024/1200-675-21130227-thumbnail-16x9-image-aspera.jpg)
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Apr 2, 2024, 7:53 PM IST
दमकल विभाग ने आग पर पाया काबू : आग पर काबू नहीं होने के कारण गुड़ उद्योग के कर्मचारियों ने आग की सूचना दमकल विभाग को दी.जिसके बाद दमकल की टीम मौके पर पहुंची.इस दौरान कड़ी मशक्कत के बाद दमकल की टीम ने आग पर काबू पाया. जब तक आग बुझी तब तक लाखों रुपए का नुकसान हो चुका था.
क्या है बकास ? :गन्ना से रस निकालने के बाद बचे वेस्टेज को भूसा या बकास बोला जाता है. जिसे सुखाकर गुड़ बनाने के लिए जलाने के काम में लिया जाता है. इससे गुड़ फैक्ट्री संचालक का लाखों रुपए की जलाऊ लकड़ी का खर्च बच जाता है. जिले में अब तक आगजनी की ज्यादातर घटनाएं गन्ना खेतों में हुई हैं. जिले के किसान सस्ती और अधिक आमदनी होने के कारण अधिक मात्रा में गन्ना फसल का उत्पादन करते हैं. जिले में इतना ज्यादा गन्ना होता है कि दो सहकारी शक्कर कारखाना और सैकड़ों गुड़ फैक्ट्री भी गन्ना की खपत नहीं कर पाते. गर्मी के दिनों में गन्ना के पत्ते सूख जाते हैं. जिसके कारण आग की छोटी चिंगारी भी बड़ी आगजनी का रुप ले लेती है.