शहडोल: फूलों की दुकानों में दिवाली पर सबसे अधिक डिमांड मैरीगोल्ड फ्लावर की हो रही है. मैरीगोल्ड फ्लावर यानी गेंदे का फूल सदाबहार फूल कहलाता है. इन दिनों गेंदे के फूल के दाम भी काफी बढ़े हुए हैं, क्योंकि दिवाली की साज सज्जा से लेकर सभी भगवान को गेंदे का फूल चढ़या जाता है. गेंदे के फूल का धार्मिक महत्व बहुत ज्यादा है, जिससे दिवाली के त्योहार में मैरीगोल्ड फ्लावर की काफी डिमांड हो रही है.
गेंदा फूल की बढ़ गई डिमांड
बाजार में फूलों की दुकान पर सबसे ज्यादा गेंदे के फूल ही नजर आ रहे हैं. गेंदे के फूल और गेंदे के फूलों से बनी माला लोग काफी संख्या में खरीद रहे हैं, इसीलिए इसके दाम भी बढ़े हुए हैं. घर को सजाने से लेकर देवी देवताओं में चढ़ाने तक के लिए गेंदे के फूल का उपयोग होता है. दिवाली पर लोग अपने घरों को अलग-अलग अंदाज में सजा रहे हैं और माता लक्ष्मी की पूजा के लिए झांकी तैयार कर रहे हैं. इसके लिए गेंदे के फूल का ही इस्तेमाल किया जा रहा है. ऐसे में इन दिनों गेंदे के फूल की डिमांड काफी बढ़ गई है.
कमल है राजा तो गेंदा उप राजा
ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि "अगर कमल का फूल राजा कहलाता है, तो गेंदे का फूल उप राजा है. ऐसी संज्ञा देवी देवताओं द्वारा दी गई है. गेंदे के फूल की खासियत है कि यह 12 महीने मिलता है और कई रंगों में होता है. लाल रंग, पीला रंग हर कलर में गेंदा का फूल मिलता है. सबसे बड़ी बात यह कि यह सभी देवी देवताओं का प्रिय फूल है. इसे सभी देवी देवताओं को चढ़ाया जा सकता है."
माता लक्ष्मी को पसंद है ये फूल
ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री आगे कहते हैं कि "गेंदे का फूल किसी भी देवी देवता को चढ़ाने से वे बहुत प्रसन्न होते हैं. माता लक्ष्मी को भी गेंदे का फूल प्रिय है. अगर माता लक्ष्मी को गेंदे का फूल अर्पित किया जाए, तो वे बहुत प्रसन्न होती हैं और उस घर को धन-धान्य से परिपूर्ण करती हैं. उस घर में सुख समृद्धि देते हैं. गेंदे के फूल से सजाए गए घर में माता लक्ष्मी स्थिर होकर आती हैं और वहां रुकती हैं. गेंदे का फूल ही नहीं बल्कि गेंदे के फूल के रस को भी देवी देवता काफी पसंद करते हैं."