लखनऊ: राजधानी में आम उत्पादकों को बढ़ावा देने के लिए तीन दिवसीय आम महोत्सव का आयोजन किया गया था. इसका उद्घाटन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था. इसके समापन के अवसर पर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुये कहा, कि योगी सरकार के नेतृत्व में उद्यान विभाग नई ऊंचाई छू रहा है. प्रदेश का आम आज देश नहीं बल्कि विदेशों में भी भेजा जा रहा है. उन्होंने कहा कि यूपी में 70-80 रुपए प्रति किलो बिकने वाला आम रूस में 700 से 800 रुपए किलो खरीदा जा रहा है. सरकार निर्यातकों को इसके लिए प्रोत्साहित कर रही है.
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा, कि किसानों को उनकी फसल का उचित दाम मिले, इसके लिए केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा अनेक योजनाएं चलायी जा रही है. निर्यात को बढ़ाने के लिए विश्वस्तरीय पैक हाउस, ट्रीटमेंट सेन्टर एवं आधुनिक टेस्टिंग सेन्टर की स्थापना की जा रही हैं. पैक हाउस के माध्यम से किसानों के उत्पादों का ट्रीटमेंट, पैकिंग और सुरक्षित रखते हुए विदेशी बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है. उन्होंने कहा, कि विदेशों में प्रदेश के किसानों के उत्पादों की डिमांड ज्यादा हो, इसके लिए हमें अपने उत्पादों की देखरेख और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देना होगा. आम महोत्सव जैसे आयोजन किसानों को उनके उत्पादों में सुधार करने में मील का पत्थर साबित हो सकती है.
प्रतिनिधि मंडल को भेजा जाएगा यूक्रेन:प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा, कि जिस प्रकार वर्ष 2023 में निर्यात को प्रोत्साहित करने हेतु उद्यान विभाग एवं प्रगतिशील बागवानों का प्रतिनिधि मण्डल मास्को, रूस भेजा गया था. उसी प्रकार इस वर्ष भी एक प्रतिनिधि मण्डल यूक्रेन भेजा जायेगा. उन्होंने किसानों के आय में वृद्धि के लिये अधिक से अधिक निर्यात पर जोर दिया. रूस में आयोजित आमरस-2023 कार्यक्रम की सफलता का जिक्र करते हुए बताया, कि रूस में प्रदेश के आम की निरन्तर मांग बनी हुई है. उन्होंने योगी सरकार द्वारा निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए दी जाने वाली सुविधाओं और अनुदान के बारे में संक्षेप में अवगत कराया. निर्यात को प्रोत्साहित करने के फलस्वरूप आम की विभिन्न प्रजातियों दशहरी, रतौल एवं लंगड़ा को जी.आई. टैग प्राप्त हो चुका है. गौरजीत, चौंसा आदि प्रजातियों को जी.आई. टैग दिलाने हेतु प्रयास किया जा रहा है.
इसी प्रकार निर्यात में आने वाली परिवहन लागत पर भी अनुदान की सुविधा प्रदान करते हुये निर्यातकों को 20 लाख रूपये तक मार्ग व्यय में अनुदान की सुविधा दी जा रही है. निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जेवर एयरपोर्ट के पास इन्टीग्रेटेड टेस्टिंग एवं ट्रीटमेंट पार्क का निर्माण किया जा रहा है. प्रदेश में बिकने वाला 80-90 रूपये प्रति किलो के आम का रूस में मूल्य 800-900 रूपये प्रति किलो तक प्राप्त हो जाता है, जो किसानों की आय एवं समृद्धि बढ़ाने में मददगार है.