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नैनीताल जिले में 15 दिन पहले ही आम और लीची के पेड़ों में आए बौर, किसानों को अच्छी फसल की उम्मीद - MANGO AND LITCHI BLOSSOMS

नैनीताल जिले में आम और लीची का अच्छा उत्पादन होता है, उद्यान अधिकारी ने बागवानों को अच्छी फसल के लिए सुझाव दिए हैं

MANGO AND LITCHI BLOSSOMS
नैनीताल जिले की फलपट्टी में आम-लीची पर आए बौर (Photo- ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 24, 2025, 10:01 AM IST

Updated : Feb 24, 2025, 1:42 PM IST

रामनगर: नैनीताल जिला अपने मीठे आम और रसीली लीची के लिए प्रसिद्ध है. इस बार यहां आम और लीची के बागों में समय से पहले बौर आ गए हैं. पेड़ों में बौर आने से बागवानों में खुशी की लहर है. मौसम अनुकूल रहने से आम के पेड़ों पर 15 दिन पहले ही बौर आ गया है.

लीची के बाग भी बौर से लदे हैं. इससे अच्छी पैदावार की उम्मीद बढ़ गई है. फलों के पेड़ों में बौर की यह बहार किसानों के लिए अच्छे मुनाफे का संकेत दे रही है.

आम और लीची के पेड़ों में आए बौर (Video- ETV Bharat)

बौर से लद गए आम और लीची के पेड़: नैनीताल जिले में इस बार आम और लीची के बागानों में बौर की जबरदस्त बहार आई है. इससे किसान अच्छी आमदनी की उम्मीद कर रहे हैं. नैनीताल जनपद अपने मीठे आम और रसीली लीची के लिए जाना जाता है.

बौर से लदे आम के पेड़ (Photo- ETV Bharat)

इस बार जिले के रामनगर, कालाढूंगी, चकलुआ और कोटाबाग क्षेत्रों में आम के बागान और लीची के बागान बौरों से लकदक हो गए हैं. किसानों और ठेकेदारों का कहना है कि इस बार आम और लीची की बहुत पैदावार की उम्मीद है. अगर मौसम सही रहा, तो हम अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.

इस बार करीब 15 दिन पहले ही आम के पेड़ों पर बौर आ गए (Photo- ETV Bharat)

बौर देख बागवानों में खुशी: नैनीताल जिले की ये फ्रूट बेल्ट किसानों की आय का प्रमुख साधन है. ये बागानों में दशहरी, लंगड़ा, चौसा, आम्रपाली, और फजली जैसी आम की कई किस्में पाई जाती हैं. आम की हर मुख्य किस्म का स्वाद और सुगंध अलग-अलग होता है.

फरवरी में कम ठंड पड़ने के कारण बौर जल्दी आए (Photo- ETV Bharat)

स्थानीय लोगों की जरूरत के साथ ही यहां से आम का बड़े पैमाने पर एक्सपोर्ट भी होता है. बागवान बौर देखकर बेहद खुश हैं.

आम और लीची की पैदावार के आंकड़े (ETV Bharat Graphics)

बागवानों को अच्छी पैदावार की उम्मीद: बागवान अरुण हुंडीवाल और ओम प्रकाश का कहना है कि-

रामनगर के आम और लीची की काफी डिमांड होती है (Photo- ETV Bharat)

आम के बौर बहुत अच्छे आए हैं. इस साल अच्छी फसल पैदा होगी. अच्छा बौर आया है तो आम के अच्छे उत्पादन की भी उम्मीद है. बस अब मौसम अच्छा रहे तो इस बार काफी फायदा होगा.

उद्यान विभाग को अच्छे उत्पादन का भरोसा: वहीं इस पर जानकारी देते हुए उद्यान अधिकारी अर्जुन सिंह परवाल कहते हैं कि-

नैनीताल जिले में बड़े पैमाने पर फलों का उत्पादन होता है (Photo- ETV Bharat)

इस बार आम में 15 दिन पहले ही बौर आ गया है. नैनीताल जिले के चकलुआ, हल्द्वानी, कालाढूंगी, कोटाबाग और रामनगर की फूड बेल्ट में करीब 2000 हेक्टेयर में आम की खेती होती है. इस साल 50 हजार मीट्रिक टन से अधिक उत्पादन की संभावना है. वहीं लीची का उत्पादन भी 1800 हेक्टेयर में किया जाता है. इस बार 10 हजार मीट्रिक टन से ज्यादा फसल होने की उम्मीद है.
-अर्जुन परवाल, उद्यान अधिकारी-

उद्यान अधिकारी ने दिए ये सुझाव: उद्यान अधिकारी ने बागवानों को सुझाव दिया है कि-

पेड़ों पर बौर से उत्साहित हैं किसान (Photo- ETV Bharat)

इस बार ठंड कम पड़ी है. टेंपरेचर बढ़ गया है. इस कारण बौर 15 दिन जल्दी आ गए. लेकिन इससे कोई नुकसान की आशंका नहीं है. पैदावार अच्छी होगी. किसान भाइयों को सुझाव है कि अभी बंद बौर है, इसलिए इसमें किसी तरह के कीटनाशक और फफूंदीनाशक का प्रयोग नहीं करें. जब फूल खिलने की स्थिति हो तो उस समय से दाना सेट होने तक सिंचाई भी बंद कर दें.
-अर्जुन परवाल, उद्यान अधिकारी-

ये भी पढ़ें: रामनगर में बौर से लकदक हुए आम-लीची के बागान, खिले किसानों के चेहरे

Last Updated : Feb 24, 2025, 1:42 PM IST

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