मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

मध्य प्रदेश के महलों की दीवानी हुई दुनिया, मांडू बनेगा वर्ल्ड हेरिटेज, UNESCO लिस्ट में ये पैलेस शामिल - Mandu Included UNESCO List

बुरहानपुर के खूनी भंडारा के बाद यूनिस्को की विश्व धरोहर सूची में मांडू को भी शामिल किया जा सकता है. सरकार ने इसके लिए प्रयास तेज कर दिए हैं. बात दें कि मांडू में कई ऐसी कई ऐतिहासिक इमारते हैं जिनके कारण यह देश के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक है.

MANDU INCLUDED UNESCO LIST
मांडू को जल्द मिलेगा विश्व धरोहर सूची में स्थान (ETV Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : May 18, 2024, 6:38 PM IST

Updated : May 18, 2024, 7:19 PM IST

ऐतिहासिक महत्व का स्थान है मांडू (ETV Bharat)

इंदौर। मध्य प्रदेश का प्रमुख ऐतिहासिक दर्शनीय स्थल मांडू यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल हो सकता है. राज्य सरकार ने इसके लिए हाल ही में प्रस्ताव भेजा है जिसे लेकर प्रयास तेज किए गए हैं. शनिवार को वर्ल्ड म्यूजियम डे के अवसर पर संभाग आयुक्त दीपक सिंह ने बताया कि मांडू को भी यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा गया है.

यूनेस्को की सूची में जल्द शामिल होंगी ऐतिहासिक इमारतें (ETV Bharat)

मांडू को जल्द मिलेगा विश्व धरोहर सूची में स्थान

वर्ल्ड म्यूजियम डे के अवसर पर संभाग आयुक्त दीपक सिंह ने बताया कि "15 मार्च को बुरहानपुर के खूनी भंडारे को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है. इसके बाद अब मांडू को भी यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा गया है. मांडू में कई ऐतिहासिक इमारतें विश्व धरोहर घोषित हो सकती हैं. मांडू में जहाज महल, रानी रूपमती पवेलियन, हिंडोला महल, मुंजा तालाब, नीलकंठ चंपा, बावड़ी समेत कई इमारते हैं, जो अपने ऐतिहासिक महत्व और दुर्लभ निर्माण शैली के लिए पहचानी जाती हैं."

मांडू को मिलेगा वर्ल्ड हेरिटेज का दर्जा (ETV Bharat)

ये भी पढ़ें:

Valentines Day Special: रानी रूपमती और बाज बहादुर की अधूरी कहानी! शहंशाह अकबर को भी हुआ था पछतावा

MP Historical Heritage: मांडू, ओरछा व भेड़ाघाट यूनेस्को की संभावित सूची में शामिल

ऐतिहासिक महत्व का है स्थान

प्राचीन काल से ही मालवा निमाड़ अंचल से जुड़े कई स्थान नर्मदा घाटी सभ्यता से संबंधित रहे हैं. इसके अलावा गुप्त काल की राजधानी उज्जैन रही है वहीं परमार काल में राजा भोज ने धार और मांडव(मांडू का पुराना नाम) को अपनी राजधानी बनाया था. इसी प्रकार होलकर राजवंश का शासन इंदौर समेत आसपास के इलाकों में रहा. इसके प्रमाण आज भी पुरातत्व अवशेषों के रूप में मिलते हैं. इंदौर संभाग आयुक्त दीपक सिंह के मुताबिक राज्य शासन के स्तर पर मांडू को वर्ल्ड हेरिटेज का दर्जा दिलाने के लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही यूनेस्को द्वारा बुरहानपुर के खूनी भंडारा के बाद मांडव को भी विश्व धरोहर के रूप में दर्जा दिया जा सकता है.

यूनेस्को की सूची में स्थान दिलाने के लिए प्रयास तेज (ETV Bharat)
Last Updated : May 18, 2024, 7:19 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details