मंडी: जिला मंडी के बिंद्रावणी में अवैध खनन रोकने गए एसडीएम सदर ओमकांत ठाकुर पर हुए हमला मामले में मंगलवार को एक नया खुलासा हुआ है. एसडीएम ओमकांत ठाकुर पर हमला करने वाला मुख्य आरोपी खनन माफियाओं में से नहीं है, बल्कि चिकन कॉर्नर का संचालक है. जबकि खनन माफिया के 5 लोग एसडीएम सदर की गाड़ी को आता देख कर ही मौके पर भाग खड़े हुए थे. इनमें से 2 लोग ट्रैक्टर समेत और 3 मजदूर मैन्यूअली अवैध खनन कर रहे थे. ये सभी लोग स्थानीय ठेकेदार के साथ काम करते हैं, जिनमें 2 स्थानीय व तीन मजदूर बिहार के रहने वाले हैं. पुलिस ने ठेकेदार की भी पहचान कर ली है और उसे भी इन लोगों के साथ पूछताछ के लिए थाने में तलब किया है.
ठेकेदार पर अवैध खनन का शक
मंडी पुलिस की शुरुआती जांच में ये खुलासा हुआ है. एसडीएम सदर पर हमला करने वाला मुख्य आरोपी हीरा लाल, बजैहल थुनाग का निवासी है. जबकि टैक्ट्रर के साथ मौजूद दो लोगों की पहचान पूर्ण चंद, निवासी मड़बान और राजीव, निवासी पंजैठी के तौर पर हुई है. दोनों मंडी जिले के रहने वाले हैं. वहीं, मजदूरों की पहचान तनबीर, सूरज ऋषिकेश व प्रकाश ऋषि निवासी लोहागारा किशनगंज बिहार के रूप में हुई है. वहीं, ठेकेदार जितेंद्र उर्फ ज्योति शिल्हा किप्पड़ सदर जिला मंडी का रहने वाला है. ठेकेदार ज्योति घटना के वक्त मौके पर मौजूद नहीं था, लेकिन अवैध खनन करवाने में इसका हाथ माना जा रहा है.
क्या है पूरा मामला?