शिमला: दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद हिमाचल में पार्टी का नया संगठन गठित ना होने पर सवाल उठने लगे हैं. सरकार के दो कैबिनेट मंत्री चंद्र कुमार और धनीराम शांडिल कार्यकारिणी का गठन ना होने को लेकर अपनी नाराजगी जता चुके हैं. चंद्र कुमार ने तो काफी समय से कार्यकारिणी का गठन ना होने पर कांग्रेस संगठन को पैरालाइज्ड तक बता दिया. स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने संगठन की तरफ ध्यान देने की बात कही है.
इसी बीच सुक्खू सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने मीडिया के सामने आकर संगठन को लेकर बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा दो माह पहले प्रदेश में कांग्रेस कमेटी को भंग किया गया था. प्रदेश में नया संगठन बनाने के लिए पार्टी अध्यक्ष ने प्रपोजल भेज दिया है. हाईकमान को प्रपोजल भेजने से पहले इसको लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री से चर्चा की गई थी.
ब्रिज का काम करेगा संगठन
विक्रमादित्य सिंह ने कहा "अब इस पर हिमाचल में कांग्रेस पार्टी के इंचार्ज राजीव शुक्ला को संज्ञान लेना है. प्रदेश में सरकार की अपनी भूमिका और संगठन की अपनी जिम्मेवारी होती है." विक्रमादित्य सिंह ने कहा "प्रदेश में जल्द ही कांग्रेस संगठन का गठन होगा जो नए सिरे से काम करेगा. संगठन सरकार और जनता के बीच ब्रिज का काम करेगा."
6 नवंबर को भंग हुई थी कार्यकारिणी
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्यकारिणी को साल 2024 में 6 नवंबर को भंग किया गया था. इसके साथ ही जिला इकाइयों सहित ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों को भी भंग किया गया था. अखिल भारतीय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस बारे में आदेश जारी किए थे. इसको लेकर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के ऑफिस से लेटर जारी किया गया था.
बता दें कि हिमाचल में लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव के बाद से ही कांग्रेस कार्यकारिणी को भंग किए जाने की मांग उठ रही थी. इसको लेकर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने भी हाईकमान को पत्र लिखकर पुरानी कार्यकारिणी को भंग कर नए सिरे से गठन की मंजूरी मांगी थी जिस पर मुहर लगाते हुए हाईकमान ने इस प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी थी.
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