लखनऊ: राजधानी का व्यस्त रहने वाला लखनऊ यूनिवर्सिटी मुख्य मार्ग धंसने से अगले एक महीने तक इस पर आवागमन बंद रहेगा. आम दिनों में भी इस सड़क पर जाम लगा रहता था, उस पर एक महीने तक बंदी की घोषणा ने लाखों लोगों का संकट और बढ़ा दिया है. 13 सितंबर को घटी इस घटना के बाद लोक निर्माण विभाग की जांच रिपोर्ट में दो विभागों बिजली विभाग और जल निगम को इसके लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार बताया गया है. ऐसे में गलती किसी भी विभाग की हो लेकिन इसका खामियाजा लखनऊ के लाखों लोगों को भुगतना पड़ेगा. ट्रांस गोमती को शहर के मुख्य इलाके कैसरबाग और हजरतगंज से जोड़ने वाली यही मैन रोड थी.
लोक निर्माण विभाग लखनऊ के अधिशासी अभियंता सत्येंद्र कुमार ने बताया कि, लखनऊ-कुर्सी-महमूदाबाद मार्ग पर लखनऊ विश्वविद्यालय के पास 13 सितंबर को लेसा की ओर से केबिल का काम करने के लिए खुदाई की गई थी. जिसके कारण जल निकासी के लिए बनाए गए अंडर ग्राउंड नाले का चैम्बर क्षतिग्रस्त हो गया था. जिसके बाद पानी के हुए रिसाव के कारण बड़ी कैविटी बन गई और अचानक मार्ग धंस गया था.
नगर निगम लखनऊ इस भूमिगत नाले के बहाव का रूट बदले जाने की कार्रवाई कर रहा है. निगम की ओर से फिलहाल 1200 मिमी व्यास के ह्यूम पाइप नाले की मरम्मत का कार्य कराये जाने के लिए चैम्बर के पास डैमेज पाइप को निकाल कर सफाई का कार्य कराया जा रहा है. वहीं लेसा ने मरम्मत कार्य को देखते हुए अंडर ग्राउंड केबिलों में बिजली सप्लाई को फिलहाल बंद कर दिया है.