मैहर: जिले की रहने वाली पर्वतारोही अंजना सिंह लगातार नई ऊंचाइयों को छू रही हैं. इसी क्रम में अंजना ने एक बार फिर से नया कीर्तिमान रच दिया है. बेंदुराकला की रहने वाली अंजना सिंह ने लद्दाख की सबसे ऊंची चोटी शिनकुन ईस्ट पर फतह हासिल की है. ऐसा करने वाली विंध्य क्षेत्र की वो पहली लड़की हैं. बता दें कि, अंजना सिंह ने 19 जुलाई को खराब मौसम होने के बावजूद 15 डिग्री सेल्सियस में 6011 फीट ऊंची शिनकुन ईस्ट की चोटी पर तिरंगा फहरा कर सभी देशवासियों को गौरवान्वित किया है.
शिनकुन ईस्ट चोटी पर फहराया तिरंगा
अमरपाटन तहसील की बेंदुराकला गांव की अंजना सिंह अपनी टीम के साथ 12 जुलाई को बेस कैम्प पहुंचीं. 18 को हिमाचल प्रदेश और लद्दाख की सीमा पर स्थित शिनकुन चोटी पर चढ़ाई प्रारंभ की. 19 जुलाई को सुबह 09:45 बजे 6011 मीटर की ऊंचाई पर स्थित शिनकुन ईस्ट चोटी पर चढ़ फतह हासिल की.
फ्रेंडशिप चोटी भी कर चुकीं है फतह
छोटे से गांव बेंदुराकला के किसान पिता राजेश सिंह की बेटी अंजना सिंह इससे पहले 20 मई को मनाली में 15 हजार फीट ऊंची फ्रेंडशिप चोटी पर भी तिरंगा फहरा चुकी हैं. अब उनका सपना माउंट एवरेस्ट को फतह करने का है. उन्होंने बताया कि उनके परिवार ने हमेशा उनका साथ दिया और उनके सपनों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
बुरे वक्त मे सहारा बने शिवेन्द्र सिंह बघेल
अंजना ने सफलता का श्रेय गुरु एडवोकेट शिवेन्द्र सिंह बघेल और भाई बृजेश सिंह को दिया. उन्होंने ईटीवी भारत को फोन पर बताया कि "जब पर्वतारोहण के लिए धनराशि नहीं थी, तब ये दोनों सहारा बने और मेरे लिए आवश्यक संसाधन जुटाए. मैं गर्व से कहती हूं कि यदि आज मैंने शिनकुन ईस्ट की चोटी को फतह किया है तो पूरा श्रेय इन्हीं को जाता है."