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कुएं में गिरी मैडम टाइगर को निकालने बुलाई क्रेन, 14 घंटे रेस्क्यू में छूटा सबका पसीना - CHHINDWARA TIGERSS RESCUE

छिंदवाड़ा में शिकार के दौरान कुएं में गिरी बाघिन और जंगली सुअर का हुआ सफल रेस्क्यू. बाघिन को नौरादेही अभ्यारण किया रवाना.

CHHINDWARA TIGERSS FALL WELL RESCUE
कुएं में गिरी बाघिन का हुआ सफल रेस्क्यू (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Feb 5, 2025, 7:53 AM IST

Updated : Feb 5, 2025, 10:12 AM IST

छिंदवाड़ा: पेंच टाइगर रिजर्व में कुएं में गिरी बाघिन और जंगली सुअर को आखिरकार रेस्क्यू कर लिया गया है. हालांकि, इस रेस्क्यू ऑपरेशन में वन विभाग के पसीने छूट गए. बाघिन को बाहर निकालने के लिए वन विभाग को क्रेन बुलानी पड़ी, जिसके सहारे खाट बांधकर उसे बाहर निकाला गया.

बाघिन को शिकार पड़ा महंगा

पेंच टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर रजनीश कुमार सिंह ने बताया, "कुरई के हरदुआ में किसान किशोर भलावी के खेत में बने कुएं में बाघिन और जंगली सुअर गिर गए थे. सूचना पर पेंच टाइगर रिजर्व का रेस्क्यू स्क्वॉड दल घटनास्थल पर पहुंचा. वहीं वरिष्ठ वन्‍यजीव चिकित्सक डॉ. अखिलेश मिश्रा के नेतृत्व में वन परिक्षेत्र अधिकारी खवासा बफर और अन्य कर्मचारियों ने एक खाट को उल्टा बांध कर कुएं के अंदर डाल दिया था, जिसमें बाघिन आकर बैठ गई थी, इसके बाद उसे केज में बंद कर बाहर निकाला.''

इस तरह हुआ फीमेल टाइगर का रेस्क्यू (ETV Bharat)

जेसीबी और हाइड्रोलिक क्रेन का लिया सहारा

इसी बीच रेस्क्यू दल ने मौके पर जेसीबी और हाइड्रोलिक क्रने मशीन को मदद के लिए बुला लिया था. वहीं वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में बाघिन का रेस्क्यू करने के लिए पिंजरे को क्रेन की मदद से कुएं के अंदर उतारा गया. जहां भारी मशक्कत के बाद बाघिन पिंजरे के अंदर आई. इसके बाद पिंजरे में बंद बाघिन को नौरादेही के लिए रवाना किया गया.

pench national park
खाट में आराम करती बाघिन (ETV Bharat)

बाघिन को नौरादेही किया ट्रांसफर

रेस्क्यू की गई बाघिन लगभग 3 साल की युवा बाघिन है. इसे राज्य के मुख्य वन्यजीव अभिरक्षक द्वारा वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व सागर के अंतर्गत नौरादेही अभ्यारण्य में छोड़ने के लिए निर्देशित किया गया है. इस रेस्क्यू अभियान में पेंच टाइगर रिजर्व के रेस्क्यू दल के साथ दक्षिण सामान्य वन मंडल के वन मंडल अधिकारी और अन्य कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका थी. रेस्क्यू के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने में तथा कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने में जिला पुलिस बल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों एवं राजस्व विभाग एवं जिला पंचायत के क्षेत्रीय अमले ने मोर्चा संभाला.

दोनों वन्यप्राणी का हुआ सुरक्षित रेस्क्यू

पेंच टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर रजनीश कुमार सिंह ने बताया, "बाघिन और जंगली सुअर को कुएं से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. इस दौरान रेस्क्यू दल को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. रेस्क्यू के बाद बाघिन को बड़े पिंजरे में बंद कर नौरादेही अभ्यारण्य में छोड़े के लिए भेज दिया गया है. वहीं जंगली सुअर को पेंच के जंगल में सुरक्षित छोड़ गया दिया है."

छिंदवाड़ा: पेंच टाइगर रिजर्व में कुएं में गिरी बाघिन और जंगली सुअर को आखिरकार रेस्क्यू कर लिया गया है. हालांकि, इस रेस्क्यू ऑपरेशन में वन विभाग के पसीने छूट गए. बाघिन को बाहर निकालने के लिए वन विभाग को क्रेन बुलानी पड़ी, जिसके सहारे खाट बांधकर उसे बाहर निकाला गया.

बाघिन को शिकार पड़ा महंगा

पेंच टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर रजनीश कुमार सिंह ने बताया, "कुरई के हरदुआ में किसान किशोर भलावी के खेत में बने कुएं में बाघिन और जंगली सुअर गिर गए थे. सूचना पर पेंच टाइगर रिजर्व का रेस्क्यू स्क्वॉड दल घटनास्थल पर पहुंचा. वहीं वरिष्ठ वन्‍यजीव चिकित्सक डॉ. अखिलेश मिश्रा के नेतृत्व में वन परिक्षेत्र अधिकारी खवासा बफर और अन्य कर्मचारियों ने एक खाट को उल्टा बांध कर कुएं के अंदर डाल दिया था, जिसमें बाघिन आकर बैठ गई थी, इसके बाद उसे केज में बंद कर बाहर निकाला.''

इस तरह हुआ फीमेल टाइगर का रेस्क्यू (ETV Bharat)

जेसीबी और हाइड्रोलिक क्रेन का लिया सहारा

इसी बीच रेस्क्यू दल ने मौके पर जेसीबी और हाइड्रोलिक क्रने मशीन को मदद के लिए बुला लिया था. वहीं वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में बाघिन का रेस्क्यू करने के लिए पिंजरे को क्रेन की मदद से कुएं के अंदर उतारा गया. जहां भारी मशक्कत के बाद बाघिन पिंजरे के अंदर आई. इसके बाद पिंजरे में बंद बाघिन को नौरादेही के लिए रवाना किया गया.

pench national park
खाट में आराम करती बाघिन (ETV Bharat)

बाघिन को नौरादेही किया ट्रांसफर

रेस्क्यू की गई बाघिन लगभग 3 साल की युवा बाघिन है. इसे राज्य के मुख्य वन्यजीव अभिरक्षक द्वारा वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व सागर के अंतर्गत नौरादेही अभ्यारण्य में छोड़ने के लिए निर्देशित किया गया है. इस रेस्क्यू अभियान में पेंच टाइगर रिजर्व के रेस्क्यू दल के साथ दक्षिण सामान्य वन मंडल के वन मंडल अधिकारी और अन्य कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका थी. रेस्क्यू के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने में तथा कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने में जिला पुलिस बल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों एवं राजस्व विभाग एवं जिला पंचायत के क्षेत्रीय अमले ने मोर्चा संभाला.

दोनों वन्यप्राणी का हुआ सुरक्षित रेस्क्यू

पेंच टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर रजनीश कुमार सिंह ने बताया, "बाघिन और जंगली सुअर को कुएं से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. इस दौरान रेस्क्यू दल को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. रेस्क्यू के बाद बाघिन को बड़े पिंजरे में बंद कर नौरादेही अभ्यारण्य में छोड़े के लिए भेज दिया गया है. वहीं जंगली सुअर को पेंच के जंगल में सुरक्षित छोड़ गया दिया है."

Last Updated : Feb 5, 2025, 10:12 AM IST
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