प्रयागराज : महाकुंभ में इन दिनों खूबसूरत सनातनी महिलाएं चर्चा का विषय बनी हुई हैं. स्वामी कैलाशानंद सरस्वती के शिष्य के रूप में चर्चित खूबसूरत हर्षा रिछारिया ने भी लोगों का खूब ध्यान आकर्षित किया है. वहीं अब इस कड़ी में भगवाधारी इशिका तनेजा का नाम भी जुड़ गया है. कहा जा रहा है कि फिल्म इंडस्ट्री और ग्लैमर वर्ड की राह छोड़ने के बाद इशिका ने महाकुंभ में सनातन का रास्ता चुन लिया है. महाकुंभ में इशिका युवाओं को लव जिहाद के प्रति अवेयर करने में जुटी हुई हैं.
दिल्ली की रहने वाली इशिका तनेजा महाकुंभ में खूबसूरत चेहरों के रूप में चर्चा का केंद्र बिंदु बन गई हैं. लंदन से पढ़ाई पूरी करने के बाद इशिका ने ग्लैमर वर्ल्ड में कदम रखा था. मुंबई में रहते हुए कई फिल्मों में काम किया, कई म्यूजिक एल्बम लॉन्च किए. ग्लैमर वर्ल्ड से जुड़कर 2016 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी अपना नाम दर्ज करवाया. बहरहाल अब इशिका महाकुंभ में पहुंचकर सनातन की सेवा में जुटी हुई हैं. इशिता महाकुंभ में जिधर भी जा रही हैं, लोग उनके साथ सेल्फी ले रहे हैं. इशिता मिस वर्ल्ड टूरिज्म भी रह चुकी हैं और राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित होने वाली महिलाओं में भी शामिल हैं.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में इशिका तनेजा ने बताया कि श्री लक्ष्मी बनकर वह सनातन की सेवा कर रही हैं. अब वह ग्लैमर दुनिया की तरफ वापस नहीं जाना चाहती हैं. फिलहाल उनका संन्यास का कोई इरादा नहीं है. हालांकि 60 वर्ष के बाद संन्यास लेने की योजना है. उन्होंने द्वारका शारदा पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती से गुरु दीक्षा ली है. इशिका को अध्यात्म से जुड़ने के बाद मौन व्रत रखना, कई घंटे तक ध्यान और साधना करना बेहद पसंद है.
इशिका का कहना है कि वह महाकुंभ में किसी नाम शोहरत या वायरल होने के लिए नहीं आई हैं. वह नवंबर से प्रयागराज में हैं और महाकुंभ की तैयारी के साथ ही महाकुंभ के आयोजन के दौरान लोगों के बीच पहुंच रही हैं. इशिका ने कहा कि मेरा मानना है कि सनातन की रक्षा के साथ ही आज की युवा पीढ़ी भी इसके प्रति जागरूक हो. खास तौर पर लव जिहाद जैसे मामलों पर बनाए गए मेरे वीडियो तेजी से वायरल हुए. जिसमें मैंने एक चुटकी सिंदूर की कीमत बताई थी. मैं बस इतना कहना चाहती हूं कि लव जिहाद के चक्कर में किसी को नहीं फंसना चाहिए. हमारे सनातन धर्म में बहुत खूबसूरती है. किसी के चक्कर में आकर बेवजह सनातन की राह को छोड़ना उचित नहीं है.