अयोध्या: रामनगरी में माघ शुक्ल पूर्णिमा पर श्रद्धालु सरयू नदी में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. बता दें कि मंगलवार की सुबह से ही अयोध्या धाम श्रद्धालुओं से भर गई है. सरयू घाट से लेकर राम मंदिर तक जाने वाले रामपथ मार्ग पर भीड़ नियंत्रण के लिए अलग-अलग रूट निर्धारित किया गया है.
अयोध्या आने वाले भक्तों की सबसे अधिक राम मंदिर में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. सुबह 5:30 से लेकर रात्रि 10:30 बजे तक लगभग चार लाख श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए हैं. वहीं, हनुमान गढ़ी पर दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतार रही है.
जानकारी के अनुसार, मंगलवार की शाम 7 बजे से आज शाम 6:25 बजे तक स्नान, दान का मुहूर्त है. धार्मिक मान्यता की माने तो वर्ष भर में कुल 12 पूर्णिमा आती है, लेकिन माघ मास की पूर्णिमा का विशेष महत्व माना गया है. सरयू नदी में स्नान करने के बाद अन्न और तिल दान किया जाता है. इस मौके पर प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ से भी आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 10 से 15 लाख तक पहुंच गई है, लेकिन अभी भी इसका निश्चित अनुमान लगा पाना सही नहीं है.
इसको लेकर सरयू घाट पर प्रशासन द्वारा विशेष तैयारी की गई है. घाटों पर आने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थान कराए जाने के लिए 2 किलोमीटर लंबी क्षेत्र में जेटी लगाई गई है. इसके साथ ही घाट पर स्नान करने के बाद कपड़ा बदलने के लिए मोबाइल चेंजिंग रूम को भी बड़ी संख्या में लगाया गया है. क्षेत्राधिकारी आशुतोष मिश्रा ने बताया कि माघ पूर्णिमा मेला को लेकर घाटों पर विशेष प्रबंध किए गए हैं. सुरक्षित श्रद्धालुओं को स्नान कराए जाने के लिए एक बटालियन जल पुलिस अतिरिक्त प्राप्त हुई है, जिन्हें घाटों पर तैनात किया गया है. इसके साथ ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम में भी तैनात हैं.
उन्होंने बताया कि स्नान करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को बिना किसी असुविधा के स्नान संपन्न हो और मठ मंदिरों तक पहुंच कर दर्शन पूजन भी कर सके, इसका ख्याल रखा जा रहा है. बताया कि भीड़ नियंत्रण के लिए कुछ स्थानों पर होल्डिंग एरिया को बनाया गया है. लगभग पांच स्थानों पर भंडारे जैसी सुविधा भी प्रारंभ की गई है.
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