लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा में वैसे तो माहौल काफी गंभीर रहता है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं में मुद्दों को लेकर तीखी नोकझोंक होती है. कई बार विपक्ष के नेता वेल में आकर विरोध प्रदर्शित करते हैं और कई कभी वॉकआउट भी करते हैं. हालांकि इस बीच कई बार चुटीले बयानबाजी से माहौल हल्का फुल्का में हो जाता है. सोमवार को ऐसा ही कुछ हुआ. कई बार नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय से शिवपाल यादव को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुटकी ली. वहीं विधायक अनुपमा जायसवाल ने सपा विधायक महबूब अली के बीच चुटकियों का दौर चला.
सपा नेता बताएं क्या कर दूं अस्पतालों पर कार्रवाई
सदन में सपा विधायक समरपाल सिंह की तरफ से प्रदेश के उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक से सवाल किया गया कि क्या स्वास्थ्य मंत्री प्राइवेट अस्पतालों पर भी सख्ती बरतेंगे? यह अस्पताल गरीबों को लूट रहे हैं. डॉक्टरों की फीस काफी ज्यादा होती है. सलाह देने के नाम पर ही मोटी फीस वसूलते हैं. इस ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों पर समय-समय पर सरकार की तरफ से कार्रवाई की जाती है. विधायक जी आपने जिस अस्पताल को लेकर मुद्दा उठाया है उस अस्पताल पर कड़ी कार्रवाई जरूर करूंगा. जहां तक प्राइवेट अस्पतालों पर शिकंजा कसने की बात है तो पहले सपा के नेताओं से ही पूछता हूं क्या ऐसा कर दिया जाए, क्योंकि ज्यादातर सपा नेताओं के अपने अस्पताल हैं. इस पर सपा के तमाम विधायक हंसने लगे. हालांकि अगली लाइन ब्रजेश पाठक ने नेताजी को लेकर बोल दी तो फिर हंगामा हो गया. विधायक वेल में आकर प्रदर्शन करने लगे. नतीजतन सदन पौने दो घंटे तक के लिए स्थगित रहा.
...भला "महबूब" से कौन नाराज हो सकता है
सदन में समाजवादी पार्टी के विधायक महबूब अली अपना भाषण खत्म करने वाले थे. विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने एक अन्य विधायक का नाम भी अपना पक्ष रखने के लिए पुकार दिया था. इसी बीच भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री अनुपमा जायसवाल ने विधानसभा अध्यक्ष से दो मिनट बोलने की अनुमति मांगी. अनुपमा जायसवाल ने महबूब अली को लेकर चुटकी ली. कहा अधिष्ठाता के रूप में मैं सदन की कार्रवाई संचालित कर रही थी, तभी महबूब जी आए और उन्होंने अपना नाम पेन से खूब अच्छे से काट डाला और कहा अब मुझे नहीं बोलना. वह नाराज हो गए थे, लेकिन आज भाई महबूब को सदन में बोलता देखकर मुझे बड़ी खुशी हुई. कम से कम वह नाराज नहीं हैं. इसके बाद महबूब अली उठे उन्होंने एक शायरी पढ़कर जवाब दिया. इसके बाद विधायक अनुपमा जायसवाल ने कहा कि भला "महबूब" से कौन नाराज हो सकता है. इसके बाद सदन में खूब ठहाके लगे.
'पांडेय जी, आप चच्चू को काला नमक नहीं खिलाते'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय का जवाब देने के लिए उठे. उन्होंने कहा कि पांडेय जी आपने खूब काला नमक चावल का जिक्र किया. आप खूब काला नमक पैदा भी करते हैं, लेकिन शिवपाल चच्चू को आप नहीं खिलाते हैं, यह सही नहीं है. इस पर शिवपाल हंसने लगे तो फिर माता प्रसाद पांडेय खड़े हुए. उन्होंने कहा कि मैं शिवपाल जी को भी काला नमक चावल खिलाऊंगा और मुख्यमंत्री जी आपको भी काला नमक चावल जरूर खिलाऊंगा. मुख्यमंत्री ने कहा स्वागत है आप जरूर खिलाएं. मेरे साथ संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना को भी खिलाना पड़ेगा तो माता प्रसाद पांडेय ने हामी भरी. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा, लेकिन उनकी डाइट ज्यादा है, इसका ध्यान रखना. इसके बाद सदन में खूब ठहाके लगे