लखनऊ: घर में अकेले रह रहे बुजुर्ग पुजारी की हत्या कर दी गई. चीख पुकार सुनकर पड़ोस के लोगों ने पुलिस को सूचना दी. घायल बुजुर्ग को ट्रामा सेंटर ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पूरे मामले मे परिजन लुटपाट के विरोध में हत्या की बात कह रहे है. वहीं जाच कर रही पुलिस का कहना है, कि घर में चोरी या लूटपाट के कोई साक्ष्य नहीं मिले है. हत्या के पीछे संपत्ति विवाद के बिंदु पर पुलिस जांच पड़ताल कर रही है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक गांव में हरि शरण की दो शादियां होने की भी चर्चा है. इसका पता लगाया जा रहा है.
बालागंज के हुसैनबाड़ी के रहने वाले उमा शंकर ने बताया, कि पिता हरि शरण महाराज उर्फ रामशरण शुक्ल 75 वर्ष मूल रूप से माल के रहने वाले थे. कई साल पहले पिता ने माल की सारी संपत्ति बेच दी थी. उन्होंने मौरा खेड़ा शिव सिटी में दो मकान बनवाए थे. हुसैनबाड़ी के अलावा एक अन्य मकान खरीदा था. पिता पुरोहित का काम करते थे. पिता एक मकान में अकेले रहते थे, जबकि मां उर्मिला और बहन रजनी पड़ोस के दूसरे मकान में रहती हैं. रविवार रात करीब मां और बहन खाना लेकर पहुंचीं, तो कमरे में पिता खून से लथपथ पड़े थे. यह देखकर दोनों चीख पड़ीं. शोर सुनकर आस-पड़ोस के लोग आ गए. आनन-फानन में पिता को ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. उमाशंकर ने बताया, कि चार से पांच बदमाश दीवार फांदकर चोरी के इरादे से घुसे थे. पिता जगते मिले तो उन पर हमला बोल दिया. फिर मरा समझ कर भाग निकले.
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लखनऊ में बुजुर्ग पुजारी की हत्या, संपत्ति विवाद में वारदात का अंदेशा, पुलिस जांच में जुटी
Priest murdered in Lucknow: परिजनों ने लूट के बाद बुजुर्ग पुजारी की हत्या का लगाया आरोप, पुलिस को नहीं मिले लूट के कोई भी साक्ष्य.
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Nov 5, 2024, 12:20 PM IST
पुलिस सूत्रों के मुताबिक गांव में हरि शरण की दो शादियां होने की भी चर्चा है. इसका पता लगाया जा रहा है. रात में पूछताछ के दौरान इसकी जानकारी परिवार से जुड़े एक करीबी ने पुलिस को दी थी. पुलिस ने जब परिवारीजनों से इस संबंध में पूछताछ की तो, उन्होंने साफ मना कर दिया. पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है. परिवारीजन भी वारदात में कुछ छिपा रहे हैं.
अपर पुलिस उपायुक्त पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव के मुताबिक, वारदात में किसी करीबी का हाथ है. मोबाइल, रुपये सब वैसे ही रखे हैं. वारदात को जिस तरह से अंजाम दिया गया है, उससे लगता है कि किसी करीबी का हाथ है. बदमाशों का मकसद सिर्फ हरि शरण की हत्या करना था. हत्या से किसको फायदा हो सकता है, इसका पता लगाया जा रहा है. एडीसीपी ने बताया, कि मृतक के बेटे की तहरीर पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर संपत्ति विवाद समेत अन्य बिंदुओं पर जांच की जा रही है.
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