लखनऊ : पूर्व प्रधानमंत्री 'भारत रत्न' चौधरी चरण सिंह की 122वीं जयंती 'किसान सम्मान दिवस' के रूप में मनाई गई. इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल मुख्यमंत्री योगा आदित्यानाथ ने कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों, एफपीओ, कृषि वैज्ञानिकों को किया सम्मानित. साथ ही कई किसानों को ट्रैक्टर की चाबी सौंपी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चौधरी चरण सिंह का जन्मदिवस उत्तर प्रदेश में 2002 से 'किसान सम्मान दिवस' के रूप में मनाया जाता है. चरण सिंह कहा करते थे कि किसान गरीब होगा तो भारत अमीर नहीं हो सकता. भारत को समृद्ध बनाने के लिए अन्नदाता किसान को समृद्ध बनाना पड़ेगा. इसके पहले मुख्यमंत्री ने विधानसभा स्थित चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इसके बाद मुख्यमंत्री कृषक उपहार योजना के अंतर्गत 11 कृषकों को ट्रैक्टर की चाबी दी और हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
सीएम ने कहा कि 2014 में पीएम ने कहा था कि हमें किसानों की आमदनी को दोगुना करना है. प्रदेश में 1996 से 2017 तक (22 वर्ष) में कुल 95 हजार करोड़ रुपये गन्ना किसानों के खाते में गया था, लेकिन 2017 से अब तक 2 लाख 61 हजार करोड़ की राशि डीबीटी के माध्यम से भेजी गई है. पीएम मोदी का जोर है कि लागत को कम करना व उत्पादन को बढ़ाना है और इसी के माध्यम से किसान को समृद्ध व खुशहाल कर सकते हैं.
सीएम ने कहा कि हमें लागत को कम करने के लिए विषमुक्त खेती की तरफ जाने की आवश्यकता है. धरती को मां कहते हैं, लेकिन इसकी सेहत का ख्याल नहीं रख पा रहे हैं. हमें इसके लिए तकनीक अपनानी चाहिए, प्रशिक्षण व जानकारी लेनी चाहिए. प्रदेश में लगभग सवा लाख एकड़ क्षेत्रफल में प्राकृतिक खेती हो रही है. इसे बढ़ाने की आवश्यकता है, जिससे भावी पीढ़ी का भविष्य़ उज्ज्वल व सुरक्षित कर पाएंगे.