लखनऊ : लखनऊ की विरासत को संजोने के साथ ही दिलकश नजारों का गुल्दस्तां बनाने की योजना है. कैसरबाग से हुसैनाबाद के बीच आकार ले रहा हेरिटेज काॅरिडोर लखनऊ की विरासत को संजोने के साथ ही दिलकश नजारों का गुलदस्तां बनेगा. इसमें लखनऊ की तहजीब, कला व संस्कृति की झलक भी दिखेगी. साथ में यहां के सुप्रसिद्ध व्यंजनों का जायका भी मिलेगा. इस क्रम में हुसैनाबाद में बनाए गए फूड कोर्ट का शुभारंभ हो चुका है. साथ ही घंटाघर के पास फ्रैगरेंस पार्क का निर्माण भी अंतिम चरण में है.
लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि हुसैनाबाद में 9.75 करोड़ रुपये से बनाए गए फूड कोर्ट का शुभारंभ हो गया है. फूड कोर्ट के ग्राउंड फ्लोर में शहर के पांच नामचीन रेस्टोरेंट संचालित हो गए हैं. इसके अलावा प्रथम तल पर गोल्डन सैफराॅन रेस्टोरेंट और टेरेस पर रूमी कैफे खुला है. यहां पर्यटक एक ही जगह पर लखनऊ के लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठा सकते हैं.
इसके बगल में 21.61 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किए जा रहे म्यूजियम ब्लाॅक का कार्य भी 97 प्रतिशत तक पूरा हो गया है. म्यूजियम में टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेंटर भी बनाया जा रहा है. जहां एलईडी पैनल पर प्रदेश का इतिहास प्रदर्शित किया जाएगा. इसी तरह घंटा घर के पास 3.41 करोड़ रुपये की लागत से फ्रैगरेंस पार्क विकसित किया गया है. पार्क में एनबीआरआई द्वारा हाॅर्टीकल्चर का कार्य कराया जा रहा है. हुसैनाबाद हेरिटेज जोन को अपग्रेड करने के लिए लगभग 2.40 करोड़ रुपये की लागत से प्लेसमेकिंग, फुटपाथ आदि का कार्य कराया गया है. साथ ही तांगे वाली गली और लजीज गली बनाई जा रही है.
कैसरबाग चैराहे की दिखने लगी शान :एलडीए उपाध्यक्ष के अनुसार अंदाज-ए-अवध के अंतर्गत कैसरबाग चौराहे के सौंदर्यीकरण व फसाड इम्प्रूवमेंट का कार्य 2.50 करोड़ रुपये की लागत से कराया गया है. इससे चौराहे का हेरिटेज लुक दिखने लगा है. वहीं, लगभग 2.68 करोड़ रुपये की लागत से रूट पर प्लेसमेकिंग के कार्य कराए जा रहे हैं. इसके अलावा कोठी दर्शन विलास गुलिस्तां-ए-इरम के वाह्य विकास का कार्य भी 70 प्रतिशत तक पूरा हो गया है. साथ ही अमीरुद्दौला लाइब्रेरी में कैफे, फाउंटेन, लाइब्रेरी लाॅन आदि के संचालन व अनुरक्षण के लिए ऑपरेटर के चयन के लिए आरएफपी आमंत्रित की जा रही है.