लखनऊ : सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने 15 सेंटीमीटर से बड़े गॉल ब्लैडर को निकालने में कामयाबी हासिल की है. डॉक्टरों का दावा है कि यह विश्व में 10वां सबसे बड़ा गॉल ब्लैडर है. ऑपरेशन के बाद मरीज की तबीयत में सुधार है. सीतापुर रोड निवासी शालिनी तिवारी (35) को पेट में दाहिनी तरफ दर्द की समस्या हुई. परिवारीजनों ने कई स्थानीय अस्पतालों में दिखाया. फायदा नहीं हुआ. इसके बाद परिवारीजन मरीज को लेकर सिविल अस्पताल के सर्जरी विभाग की ओपीडी में पहुंचे.
सर्जरी विभाग की डॉ. सुरम्या पांडेय ने मरीज को अल्ट्रासाउंड समेत दूसरी जांचें लिखीं. अल्ट्रासाउंड जांच में पित्त की थैली में पथरी होने की पुष्टि हुई. डॉक्टर ने ऑपरेश्न की सलाह दी. 28 नवंबर को मरीज को भर्ती किया गया. सभी जांच के बाद तीन दिसंबर को ऑपरेशन किया गया. पथरी की वजह से पूरा गाल ब्लैडर निकालना पड़ा. ऑपरेशन के बाद मरीज की हालत सामान्य है. डॉ. सुरम्या ने बताया कि 15 सेंटीमीटर आकार वाला यह विश्व का 10वां सबसे बड़ा गॉल ब्लैडर है. इस ऑपरेशन में डॉ. सुरम्या पांडेय के साथ डॉ. मनीष, डॉ. एसके सिंह और सिस्टर किरण के सहयोग किया.
मरीज ने प्रोटेस्ट कैंसर को दी मात : लोहिया अस्पताल के डॉक्टरों ने जटिल ऑपरेशन कर मरीज को कृत्रिम मूत्राशय स्फिंक्टर प्रत्यारोपण करने में कामयाबी हासिल की है. बलिया के रासरा निवासी श्याम नारायण (69) को प्रोस्टेट कैंसर की पुष्टि हुई. वर्ष 2019 में ऑपरेशन हुआ. सर्जरी के बाद मरीज को कैंसर से निजात मिल गई, लेकिन यूरीन लीक होने की परेशानी शुरू हुई. काफी समय इलाज कराया. आराम के बजाए परेशानी बढ़ गई. बाहर निकलने से पहले डायपर लगाना पड़ रहा था.