बाराबंकीःपिछले 12 वर्षों से भोले-भाले लोगों को रुपये दुगुने करने का लालच देकर करोड़ों की ठगी करने वाली एलयूसीसी नामक एक फर्जी कम्पनी का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने करीब 75 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले कम्पनी के 05 शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से 33 पासबुक, 5 बॉन्ड पेपर, दो कारें बरामद की गई हैं. कम्पनी के विरुद्ध जिले के विभिन्न थानों में 10 मुकदमे दर्ज किए गए हैं. पकड़े गए आरोपियों के मुताबिक कम्पनी के तार दुबई से जुड़े हुए हैं.
एडिशनल एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा के अनुसार, 22 नवम्बर को बरौलिया की रहने वाली किरन वर्मा ने बदोसराय थाने पर तहरीर दी. जिसमें बताया कि द लोनी अर्बन मल्टीस्टेट क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड (एलयूसीसी) कम्पनी के एजेंट रामनरेश वर्मा द्वारा कूटरचित बांड देकर 01 लाख 25 हजार रुपये धोखाधड़ी कर लिया. इसके बाद कम्पनी बन्द कर के कम्पनी मालिक भाग गए.
जिले में 56 शाखाओं से हो रही थी धोखाधड़ीःएडिशनल एसपी ने बताया कि महिला के तहरीर पर पुलिस ने रामनरेश और 8 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू की तो हैरान रह गई. कम्पनी की एक-एक कर परतें खुलने लगी. तफ्तीश में पुलिस को पता चला कि यह फर्जी कम्पनी जिले में 12 साल से सक्रिय है और पूरे जिले में 56 शाखाएं हैं. कम्पनी कर्मचारी शाखाओं को बंद कर फरार हो चुके हैं. स्वाट सर्विलांस और बदोसराय पुलिस टीम ने डिजिटल डेटा के आधार पर 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया.
मैनेजर समेत 5 कर्मचारी गिरफ्तारःफतेहपुर थाने के इब्राहिमपुर निवासी कम्पनी का उप जनपद हेड संजीव कुमार वर्मा, सफदरगंज थाने के भवानीपुरवा निवासी शाखा मैनेजर स्वामी दयाल मिश्रा, जैदपुर थाने के घिसियावन पुरवा निवासी मैनेजर रामशरण वर्मा, बदोसराय थाने के बरौलिया निवासी कलेक्शन एजेंट रामनरेश वर्मा और जैदपुर थाने के अहमदपुर निवासी मैनेजर मनोज कुमार को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके कब्जे से 33 अदद पासबुक,05 बांड पेपर और दो कारें बरामद की गई है.