समस्तीपुर:बिहार के समस्तीपुर के दोनों लोकसभा सीटों पर चौथेचरण में13 मई कोमतदान होना है. उजियारपुर सीट को लेकर पक्ष व विपक्ष ने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया, लेकिन समस्तीपुर लोकसभा सीट पर इंडिया एलायंस से कौन उम्मीदवार होगा, इसमें कांग्रेस अबतक उलझी है. बहरहाल नामांकन में अब महज कुछ घंटे शेष है.
लेटलतीफी का खामियाजा उठाएगा कांग्रेस?: एक तरफ जहां एनडीए उम्मीदवार शांभवी चौधरी ने इस जंग में अपनी ताकत झोंक रखी है, वहीं विरोधी खेमा टकटकी लगाए अपने प्रत्याशी का इंतजार कर रहा है. अब ऐसे में सवाल उठता है कि क्या कांग्रेस के इस लेटलतीफी का खामियाजा महागठबंधन को उठाना पड़ सकता है ?
इन नामों की चर्चा तेज: वैसे सूत्रों की मानें तो इस सीट पर कुछ दिन पहले ही कांग्रेस का हाथ थामने वाले बिहार सरकार में मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारी का नाम पर मुहर लगने की पूरी उम्मीद है. वहीं इस लिस्ट में बीते कई चुनावों में कांग्रेस उम्मीदवार रहे पूर्व मंत्री डॉ अशोक कुमार व तमिलनाडु के पूर्व डीजीपी वीके रवि का भी नाम है. बहरहाल अब देखना होगा कि किस नाम पर मुहर लगती है.
कांग्रेस की इस सीट पर पकड़ कमजोर: दरसअल इस सीट पर बीते चार चुनावी नतीजों पर नजर डालें तो, कांग्रेस के उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा है. वहीं इस बार की चुनावी जंग में कांग्रेस आलाकमान लापरवाह बना हुआ है. 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान एनडीए उम्मीदवार रामचंद्र पासवान को 5,62, 443 (55.19 ) फीसदी वोट मिले , वहीं कांग्रेस के उपविजेता अशोक कुमार को 3,10,800 (30.5) फीसदी वोट मिले. वहीं नोटा का 35,417 (3.48) फीसदी वोटर ने बटन दबाया.