पटना:भोजपुरी गायक पवन सिंह ने दो दिन पहले ही काराकाट लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. अब वह खुलकर मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं. लेकिन काराकाट की जनता यह जानना चाह रही थी कि वह किस पार्टी से लड़ेंगे. इस बीच पवन सिंह ने खुद कहा है कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे.
पवन सिंह ने मायावती से की मुलाकात :सूत्रों की मानें तो इससे पहले चर्चा थी कि बिहार में काराकाट सीट पर मायावती की पार्टी बीएसपी की एंट्री होगी,. क्योंकि पवन सिंह ने शुक्रवार शाम बीएसपी मुखिया मायावती से मुलाकात की. जिसके बाद कहा जाने लगा कि पवन सिंह बीजेपी से इस्तीफा देकर हाथी पर सवार होंगे. हालांकि पवन सिंह के करीबी लोगों की मानें तो मायावती से उनकी औपचारिक मुलाकात थी.
पवन सिंह की टीम आई मीडिया के सामने : इससे पहले कहा जा रहा था कि पवन सिंह कब काराकाट आएंगे उसकी जानकारी शनिवार को दी जाएगी. हालांकि शनिवार को पवन सिंह की टीम ने प्रेस कॉफ्रेंस कर यह बताया कि पवन सिंह काराकाट से चुनाव लड़ेंगे, पावर स्टार निर्दलीय मैदान में उतरेंगे. इसकी घोषणा पवन सिंह खुद करेंगे. यह ऐलान कब होगा इसके लिए उनकी टीम ने इंतजार करने के लिए कहा.
''पवन सिंह का खुद का स्वंतत्र रूप से यह निर्णय है कि वह काराकाट संसदीय सीट से यहां के लोगों के विकास के लिए इस बार मैदान में उतरेंगे. पवन सिंह को अभी से ही उन्हें भरपूर समर्थन मिल रहा है. काराकाट के युवाओं सहित प्रदेश की जनता पवन सिंह के साथ है. इस बार निश्चित तौर पर जनता जनार्दन का आशीर्वाद उनके साथ होगा और वह विरोधियों को शिकस्त देंगे.''- संतोष कुमार सिंह, मीडिया प्रभारी, पवन सिंह
इस वजह से पवन सिंह ने किया था इनकार : पवन सिंह को बीजेपी ने 2 मार्च को जारी लिस्ट में पश्चिम बंगाल के आसनसोल लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था. लेकिन उन्होंने 24 घंटे के अंदर यानी 3 मार्च को चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था. एक वजह सामने आई कि पवन सिंह आरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे. लेकिन उन्हें आसनसोल से टिकट मिला, जिससे वो नाराज थे.
'आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ना' एक वजह यह भी? : दूसरी वजह उनका एक पुराना वीडियो बताया गया, जिसे विरोधियों ने बंगाल की अस्मिता से जोर कर पवन सिंह पर अश्लिल वीडियो बनाने का आरोप लगाया गया. पवन सिंह पर लगातार आरोप लग रहे थे. जिसके बाद उन्होंने आसनसोल सीट छोड़ने का फैसला किया. हालांकि गाने को लेकर उन्होंने सफाई भी दी.