रांची: एनडीए के बैनर तले झारखंड विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जता रही लोजपा असमंजस में है. एक तरफ गठबंधन के तहत चुनाव में भागीदारी अभी तक तय नहीं हुई है, वहीं दूसरी तरफ भाजपा के चुनाव सह प्रभारी और असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा के बयान ने उसे चिंता में डाल दिया है. हिमंता ने लोजपा का नाम लिए बगैर कहा है कि भाजपा एनडीए में जदयू और आजसू के साथ चुनाव लड़ने जा रही है और सीटों का तालमेल लगभग तय हो चुका है. इन सबके बीच आज 4 अक्टूबर को लोक जनशक्ति पार्टी (आर) के प्रदेश अध्यक्ष बीरेंद्र प्रधान ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान से नई दिल्ली स्थित उनके आवास पर मुलाकात की.
इसकी जानकारी देते हुए पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता उमेश तिवारी ने कहा कि पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है. पार्टी चाहती है कि धनबाद विधानसभा के साथ जमशेदपुर पश्चिम, चतरा, छतरपुर और लातेहार सीट पर एनडीए गठबंधन के तहत चुनाव जीतकर एनडीए गठबंधन की सरकार बनाने में लोजपा (आर) की अहम भूमिका हो. इसी उद्देश्य से आज बीरेंद्र प्रधान ने राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात की और राज्य से 38 प्रत्याशियों की सूची राष्ट्रीय अध्यक्ष को सौंपी. पार्टी की राज्य इकाई ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को अधिकृत किया है कि वे राज्य में पार्टी गठबंधन के तहत चुनाव लड़े या अकेले चुनाव लड़े.
लोजपा की झारखंड पर विशेष नजर
लोकसभा चुनाव में बिहार में मिली सफलता से उत्साहित लोजपा (आर) की झारखंड पर विशेष नजर है, क्योंकि यह पड़ोसी राज्य है. यही वजह है कि पार्टी झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर काफी गंभीर है और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ पार्टी के जमुई सांसद सह झारखंड प्रभारी अरुण भारती और खगड़िया सांसद व सह प्रभारी राजेश वर्मा लगातार कैंप कर रहे हैं.
पार्टी प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष खुद लगातार दौरा कर रहे हैं और जनसभाएं कर रहे हैं. लोजपा की इच्छा है कि जिस तरह लोजपा ने लोकसभा चुनाव में रिकॉर्ड जीत दर्ज कर प्रधानमंत्री के हाथ मजबूत किए, उसी तरह झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी जीत दर्ज कर एनडीए की सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाएगी.