कोरबा :कटघोरा वनमंडल में तेंदुआ हीट स्ट्रोक का शिकार हुआ था.जिसकी कानन पेंडारी में इलाज के दौरान मौत हो गई है. वन विभाग ने रविवार की देर रात डेढ़ बजे तेंदुए को कानन पेंडारी शिफ्ट किया था. जहां सोमवार की सुबह लगभग 8:30 बजे तेंदुए ने दम तोड़ दिया. तेंदुआ के शरीर मे पानी की भारी कमी थी, जिससे उसकी मौत हुई है.ये तेंदुआ कटघोरा वनमंडल के नजदीक एक गांव कोनकोना में मिला था. बीमार तेंदुए की सूचना ग्रामीणों ने वनविभाग को दी.तेंदुआ को बेहद सुस्त हालत में देखा गया था.वो चलने फिरने में दिक्कत महसूस कर रहा था. गांव वालों ने बताया कि तेंदुआ को पेड़ों के आसपास घूम रहा था.सूचना मिलने के बाद वनविभाग ने मौके पर पहुंचकर तेंदुए का रेस्क्यू किया. जांच के बाद पता चला कि तेंदुआ को हीट स्ट्रोक हुआ है.उसे 108 डिग्री का बुखार है. एक्सपर्ट की निगरानी में तेंदुआ का इलाज शुरु किया गया.
कानन पेंडारी किया गया शिफ्ट :ये पूरी घटना कटघोरा वनमंडल की कोनकोना की है.वहीं जांच के बाद अफसरों का कहना है कि तेंदुआ को संक्रमण भी हो सकता है. तेंदुआ की बीमार होने की जानकारी के बाद कानन पेंडारी बिलासपुर की टीम से मदद मांगी गई थी.जिसके बाद बिलासपुर से टीम कटघोरा पहुंची.यहां तेंदुआ को ट्रैंकुलाइज के बाद बेहोश किया गया.फिर उसे पकड़कर पिंजड़े की मदद से कानन पेंडारी डॉक्टरों के पास पहुंचाया गया. जहां डॉक्टर ने तेंदुआ की जांच की. जांच के बाद पता चला कि तेंदुआ को हीट स्ट्रोक लगा है.लेकिन इलाज के दौरान ही तेंदुआ ने सोमवार सुबह दम तोड़ दिया.
तेंदुआ जहां हमें मिला था. उस स्थान के समीप डबरी में पर्याप्त मात्रा में पानी था. इसके बाद भी भीषण गर्मी से वो हीट स्ट्रोक का शिकार हो गया था. जब वह हमें मिला तो उसकी स्थिति काफी नाजुक थी.इलाज के दौरान उसे नहीं बचाया जा सका है।.'' कुमार निशांत, डीएफओ कटघोरा