पटनाः बिहार में राज्यसभा की 6 सीटों में 4 सीटों पर बुधवार को नामांकन किया गया. जदयू की ओर से नीतीश कुमार ने अपने नजदीकी संजय झा को उम्मीदवार बनाया है. भाजपा ने अति पिछड़ा वर्ग से आने वाले भीम सिंह और धर्मशिला गुप्ता को उम्मीदवार बनाकर आधी आबादी का कार्ड भी खेला है. कांग्रेस ने अखिलेश सिंह पर फिर से विश्वास जताते हुए राज्यसभा भेजने का फैसला लिया है. चारों नेताओं ने अपना-अपना पर्चा दाखिल कर दिया है.
कार्यकर्ता से राज्यसभा तक सफर तय करेगी धर्मशिलाः भाजपा की ओर से नामांकन करने वाली धर्मशिला गुप्ता दरभंगा की रहने वाली हैं. उन्होंने एक सामान्य कार्यकर्ता से राजनीतिक जीवन की शुरुआत की. डॉ. गुप्ता दरभंगा के डॉ नागेंद्र झा महिला महिला विद्यालय में शिक्षिका भी हैं. लंबे समय तक पार्टी में विभिन्न पदों पर रहते हुए काम की. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वे पार्टी के लिए काम करने में विश्वास रखती हैं. वे काफी खुश हैं कि एक छोटे से कार्यकर्ता को राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया गया है.
"सबको मौका मिलेगा. सबका साथ सबका विकास, सबका प्रयास और सबका विश्वास. पार्टी के कार्यकर्ताओं में उम्मीद जगी है कि एक साधारण परिवार की महिला और एक कार्यकर्ता को राज्यसभा जाने का मौका दिया जाएगा. मैं जब भागलपुर में थी तो हमें बताया गया कि आपका नाम आया है. तो मैंने उन्हें डांट दिया. लेकिन अब काफी खुशी है. भाजपा के लिए हमेशा काम करती रहूंगी."- धर्मशिला गुप्ता, भाजपा उम्मीदवार
भीम सिंह ने भी किया नामांकनः भाजपा की ओर से दो सीटों पर नामांकन दाखिल किया गया है. इसमें दूसरे नंबर पर भीम सिंह शामिल हैं, जिन्होंने बुधवार को पर्चा भरा. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि " मैं बहुत खुश हूं कि पार्टी ने मुझपर भरोसा किया है. मैं पार्टी के हर काम को सफल बनाने में प्रयास करूंगा. प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय अध्यक्ष, गृह मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी का आभारी हूं."