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जीतू पटवारी को लक्ष्मण सिंह की नसीहत, बोले-एक तरफा हो रहे फैसले, बदलें काम का तरीका - Laxman Singh Advice to Jitu Patwari

कांग्रेस के पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं. इस बार उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को ही नसीहत दे डाली. लक्ष्मण सिंह ने जीतू पटवारी को काम का तरीका बदलने की बात कही है.

LAXMAN SINGH ADVICE TO JITU PATWARI
जीतू पटवारी को लक्ष्मण सिंह की नसीहत (ETV Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jun 17, 2024, 3:51 PM IST

भोपाल।कांग्रेस के सीनियर विधायक व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने पीसीसी चीफ जीतू पटवारी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए उन्हें नसीहत दी है. लक्ष्मण सिंह ने कहा कि '5-10 नेताओं को साथ लेकर काम करने से कुछ नहीं होगा. पार्टी में अभी यही चल रहा है, पार्टी को चलाने की पद्धति को बदलना पडे़गा. उन्होंने कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में वास्तु के हिसाब से किए जा रहे बदलावों पर भी तंज कसा. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कुछ बोलूंगा तो पार्टी से हटा दिया फिर कहां जाऊंगा.'

जीतू पटवारी को लक्ष्मण सिंह की नसीहत (ETV Bharat)

जीतू पटवारी को दी नसीहत

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी के सीनियर विधायक लक्ष्मण सिंह कांग्रेस प्रदेश कार्यालय पहुंचे. यहां मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने कांग्रेस प्रदेश कार्यालय की कार्यप्रणाली पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन नहीं होना चाहिए. जीतू पटवारी को ही प्रदेश अध्यक्ष रहना चाहिए. मेरा सुझाव है कि वे समितियों के माध्यम से पार्टी को चलाएं. बूथ स्तर से लेकर ब्लॉक तक समितियां बनाएं और जो भी नेता घर बैठे हैं. उन्हें संगठन में शामिल करें. ऐसा नहीं चलेगा कि यह हमारे 5-10 लोग हैं. यही सब चला लेंगे. ऐसा नहीं होता.

पार्टी में एक तरफा लिए जा रहे निर्णय

पार्टी में गुटबाजी के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी में गुटबाजी नहीं है. सब एक हैं, लेकिन पार्टी को चलाने की पद्धति को बदलना होगा. अभी कुछ सोचते हैं कि अभी मेरा मामला दिल्ली में सही है तो मैं सब कर लूंगा, लेकिन वोट मध्यप्रदेश में जमीन पर जाकर ही मिलेगा. इसके लिए बूथ पर जाकर प्रदेश स्तर तक कमेटी बनाना पड़ेगी. उन्होंने कहा कि पार्टी में अभी निर्णय एकतरफा जैसे हो रहे हैं, वह नहीं होने चाहिए. कार्यकर्ता से उनकी राय लेनी पड़ेगी. अभी हम कहते जरूर हैं कि कार्यकर्ता सर्वोपरि है, लेकिन जमीन पर ऐसा दिखाई नहीं देता.

वास्तु शास्त्र पर बोले

पार्टी अध्यक्ष खरगे से जुड़े सवाल पर लक्ष्मण सिंह ने कहा कि वे हमारे वरिष्ठ नेता हैं. उनके बारे में कुछ बोलूंगा तो हटा दिया तो मैं कहां जाऊंगा. उधर प्रदेश कार्यालय में वास्तु शास्त्र के अनुसार हो रहे लगातार बदलावों पर उन्होंने कहा कि यह हमारी प्राचीन पद्धति है. इसके हिसाब से बदलाव होते रहने चाहिए, लेकिन जब उनसे सवाल किया गया कि पार्टी दफ्तर में चार गेट हैं, सभी कुछ-कुछ समय बाद बंद होते रहते हैं, तो उन्होंने कहा कि पार्टी के चार बड़े नेताओं को अलग-अलग गेट से घुसाकर देखो तब पता चलेगा.

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बोले संस्थाओं पर भरोसा करना होगा

ईवीएम को लेकर छिड़ी बहस को लेकर लक्ष्मण सिंह ने कहा कि एलन मस्क ने ईवीएम पर सवाल उठाया है, तो वे क्या कोई कोर्ट हैं क्या ? हिंदुस्तान की यह चुनाव प्रणाली है. अगर इसमें कुछ है तो हम देखेंगे. विदेशी कोई धनवान बयान दे देता है तो यहां भूचाल आ जाता है. हमारी अपनी व्यवस्था है. यदि कोई कमी है तो हम ही सुधारेंगे. एलन मस्क नहीं सुधारेंगे. राहुल गांधी ने सवाल क्यों उठाए यह उनसे पूछिए, लेकिन हमें अपनी देश की चुनाव संस्थाओं, प्रजातंत्र की संस्थाओं और अपनी मशीनरी पर विश्वास करना होगा. चाहे कोई भी सरकार हो, हमारी सरकार रहती तो सब ठीक है और हमारी सरकार नहीं तो सब गलत है, यह सोचना गलत है.

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