पटना: बिहार में 20 अगस्त से भूमि सर्वेक्षण का काम चल रहा है. जमीन सर्वेक्षण का काम शुरू होने के बाद लोगों को जमीन से जुड़े कागजात को लेकर परेशानी होने लगी. जिन कागजातों की मांगी की गई, वह कई लोगों के पास उपलब्ध नहीं थे. लोगों की परेशानी को देखते हुए पोर्टल पर सेल्फ डिक्लेरेशन की अंतिम तिथि बढ़ा दी गयी. मंत्री दिलीप जायसवाल ने बताया कि अबतक 75 लाख लोगों ने पोर्टल पर सेल्फ डिक्लेरेशन अपलोड कर दिया है. जनता की समस्या को समझते हुए सर्वे करा रहे हैं इसलिए विपक्ष की हवा निकल गयी है.
भूमि सर्वे बना राजनीतिक मुद्दाः भूमि सर्वे में आ रही परेशानी, राजनीतिक मुद्दा बन गया है. भूमि सर्वे के मसले पर महागठबंधन और प्रशांत किशोर सरीखे नेता सरकार पर हमलावर हैं. प्रशांत किशोर ने तो यहां तक कह दिया कि यह निर्णय नीतीश सरकार की ताबूत में आखिरी कील साबित होगा. भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री दिलीप जायसवाल ने कहा है कि 130 साल बाद भूमि सर्वे का काम कराया जा रहा है तो थोड़ी बहुत परेशानी होगी. उन्होंने कहा कि सरकार सर्वे का काम करने के लिए प्रतिबद्ध है.
"अब तक 75 लाख लोगों ने सर्वे का काम कर लिया है. सर्वे का काम करने में बाधा डालने वाले अधिकारी या दलाल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. हम कानून का डंडा लेकर खड़े हैं. आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है"- दिलीप जायसवाल, भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री