करनाल:बुधवार को करनाल में लखपति दीदी कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यह था कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनकर उनको लखपति बनाया जाए. लेकिन जब कार्यक्रम में आई हुई महिलाओं से बात की गयी तो कुछ महिलाओं ने कहा कि यह कार्यक्रम सिर्फ महिलाओं की वोट साधने के लिए आयोजित किया गया है. महिलाओं के आरोप पर करनाल के बीजेपी सांसद संजय भाटिया ने कहा कि यह कार्यक्रम सिर्फ महिलाओं को जागरूक करने के लिए आयोजित किया गया था. उन्होंने कहा कि महिलाओं को इस बारे में जानकारी देना था कि महिलाओं को किन-किन योजना के तहत लाभ मिल रहा है जिसके चलते वह अपने आप समृद्धि बना सकती हैं.
महिलाओं का आरोप: करनाल के नई अनाज मंडी में लखपति दीदी कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यह था कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनकर उनको लखपति बनाया जाए. कार्यक्रम में आई हुई सुमन नामक महिला ने बताया कि उनको कहा गया था कि आपको किसी भी प्रकार की समस्या है तो इस कार्यक्रम में उसका निवारण किया जाएगा,उनकी फैमिली आईडी में समस्या थी जिसको ठीक करवाने के लिए वह इस कार्यक्रम में आई थी लेकिन यहां आकर उनको कुछ और ही मिला. उन्होंने कहा कि सरकार हमारी समस्याओं का समाधान नहीं कर रही बल्कि हमें एक वोट बैंक समझ रही है. वहीं बाला देवी नामक महिला ने बताया कि वह 60 वर्ष से ऊपर की हो गई है और उसकी पेंशन नहीं बन रही जिसके चलते वह दफ्तरों के चक्कर काट रही है. हमको इस कार्यक्रम में बुलाने के लिए कहा गया था कि आपकी पेंशन बनवाने का काम करेंगे आप इस कार्यक्रम में जाए लेकिन यहां कार्यक्रम कुछ और ही है. वहीं इंद्री से आई हुई मीणा नामक महिला ने कहा कि लखपति दीदी बनाने की बात सरकार कर रही है लेकिन हमें तो उन चीजों का भी लाभ नहीं मिल रहा जो हम अपनी मजदूरी करके करते हैं. वह मनरेगा में काम करते हैं लेकिन पिछले कई महीनो से उनको मनरेगा की दिहाड़ी के पैसे नहीं मिले हैं. जिसके चलते वह दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं और अफसर उनको टालमटोल करते हैं.