गढ़वाल लोकसभा सीट के सियासी समीकरण देहरादून: लोकसभा चुनाव 2024 में अब कुछ ही दिनों का वक्त बचा है. क्योंकि, कभी भी चुनावी तारीखों का ऐलान हो सकता है. ऐसे में राजनीतिक पार्टियों मजबूत प्रत्याशी चयन को लेकर लगातार मंथन कर रही है. सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने प्रदेश की 3 लोकसभा सीटों पर पहले ही उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुकी है, लेकिन दो लोकसभा सीट पर अभी तक नाम का ऐलान बीजेपी नहीं कर पाई है. जिसमें से गढ़वाल लोकसभा सीट सबसे हॉट सीट मानी जा रही है.
लिहाजा, इस सीट के लिए तमाम दावेदारों के नाम भी सामने आ रहे हैं. जिसके चलते बीजेपी संगठन को गढ़वाल सीट पर प्रत्याशी के चयन में एक लंबा समय लग रहा है. इसके उलट विपक्षी दल कांग्रेस अभी तक एक भी लोकसभा सीट पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान नहीं कर पाई है.
उत्तराखंड की राजनीति में पौड़ी क्षेत्र का बड़ा योगदान:पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट इस वजह से भी हॉट सीट के रूप में देखा जा रहा है. क्योंकि, उत्तराखंड की राजनीति में पौड़ी क्षेत्र का एक बड़ा योगदान शुरू से ही रहा है. क्योंकि, पौड़ी क्षेत्र से न सिर्फ ज्यादातर मुख्यमंत्री बने हैं. बल्कि, कई मंत्रियों का भी पौड़ी क्षेत्र से ही ताल्लुक रहा है. इसके अलावा पौड़ी क्षेत्र के कई अधिकारी सेवा में शीर्ष पदों पर भी रहे हैं. जिसके चलते पौड़ी सीट को हॉट सीट के रूप में देखा जा रहा है.
गढ़वाल लोकसभा सीट का इतिहास... इसके अलावा एक खास बात ये भी है कि गढ़वाल लोकसभा सीट केंद्रीय राजनीति से भी प्रेरित रहती है. जिसके चलते गढ़वाल लोकसभा सीट पर राजनीतिक पार्टियां बहुत ही सोच विचार कर प्रत्याशियों का चयन करती है. यही वजह है कि गढ़वाल लोकसभा सीट के लिए बीजेपी ने प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है.
गढ़वाल लोकसभा सीट पर बीजेपी से दावेदारों की फौज खड़ी:बीजेपी संगठन की ओर से गढ़वाल लोकसभा सीट पर अभी प्रत्याशी का ऐलान न किए जाने के चलते दावेदारों की फौज खड़ी हो गई है. बीजेपी की ओर से दावेदारों की बात करें तो सबसे पहला नाम तीरथ सिंह रावत का आता है. क्योंकि, वर्तमान समय में गढ़वाल लोकसभा सीट से तीरथ सिंह रावत सिटिंग सांसद हैं.
इसके अलावा राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, शौर्य डोभाल के साथ ही अब मनीष खंडूड़ी का नाम भी दावेदारों की सूची में शामिल हो गया है. क्योंकि, 9 मार्च को ही पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद खंडू़ड़ी के बेटे मनीष खंडूरी ने कांग्रेस का दामन छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि बीजेपी गढ़वाल लोकसभा सीट से मनीष खंडूड़ी पर भी भरोसा जता सकती है.
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत मनीष खंडूड़ी का बड़ा है राजनीतिक बैकग्राउंड:बीजेपी में शामिल हुए मनीष खंडू़ड़ी का एक बड़ा राजनीतिक बैकग्राउंड है. मनीष खंडूड़ी, पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद खंडूड़ी के बेटे हैं और उनकी बहन ऋतु भूषण खंडूड़ी वर्तमान समय में विधानसभा अध्यक्ष और कोटद्वार विधायक हैं. एक ही परिवार के दो लोगों का टिकट बीजेपी की ओर से दिए जाने की संभावना बेहद कम है.
मनीष खुडूड़ी (फोटो- Facebook@manish Khanduri) लोकसभा चुनाव से कुछ समय पहले ही कांग्रेस का दामन छोड़ बीजेपी में शामिल होने के चलते चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है कि बीजेपी, गढ़वाल लोकसभा सीट से मनीष खंडूड़ी पर भरोसा जता सकती है. हालांकि, इस पर फैसला बीजेपी के पार्लियामेंट्री बोर्ड को लेना है, लेकिन इतना जरूर है कि देहरादून से लेकर दिल्ली तक गढ़वाल लोकसभा सीट पर प्रत्याशी के चयन को लेकर बड़ा मंथन चल रहा है.
क्या है राजनीतिक समीकरण?गढ़वाल लोकसभा सीट की राजनीतिक समीकरण के सवाल पर वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत कहते हैं पौड़ी या गढ़वाल लोकसभा सीट इस वजह से हॉट सीट है. क्योंकि, ज्यादातर वहीं से मुख्यमंत्री और मंत्री बनते हैं. इसके साथ ही सेना में भी पौड़ी के लोगों का एक बड़ा योगदान रहा है.
जय सिंह रावत ने कहा कि गढ़वाल लोकसभा सीट से सिटिंग सांसद तीरथ सिंह रावत काफी सीधे नेता हैं और उन पर कभी भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगे हैं. लिहाजा, राजनीति में शराफत नहीं चलती है, बल्कि जो ज्यादा दिखावा करता है, उस पर ज्यादा भरोसा जताया जाता है. बीजेपी ने गढ़वाल लोकसभा सीट पर अभी प्रत्याशी का नाम ऐलान न कर इस बात को जता दिया है कि वहां प्रत्याशी बदला जाएगा.
पूर्व सीएम और वर्तमान गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत राजनीति में जब भी ऐसा समीकरण बनता है कि किसी भी सीट पर प्रत्याशी बदले जा सकते हैं तो उस सीट के लिए दावेदारों की होड़ लग जाती है. ऐसा ही कुछ गढ़वाल लोकसभा सीट पर देखा जा रहा है. क्योंकि, इस लोकसभा सीट के लिए तमाम नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं, लेकिन इस बात की भी संभावना है कि बीजेपी आलाकमान किसी नए चेहरे को प्रत्याशी बनाकर सबको चौंका सकता है.
हालांकि, पौड़ी लोकसभा सीट बीजेपी के लिए जीतना काफी आसान है. यही वजह है कि बीजेपी बड़े ही सूझबूझ के साथ गढ़वाल लोकसभा सीट के लिए प्रत्याशी के नाम का चयन कर रही है. साथ ही कहा कि केंद्रीय राजनीति से गढ़वाल लोकसभा सीट हमेशा ही प्रभावित रही है. क्योंकि, पौड़ी क्षेत्र से तमाम नेताओं को केंद्र में जिम्मेदारी सौंपी गई है.
क्या बोली बीजेपी?गढ़वाल लोकसभा सीट पर तमाम दावेदारों के सवाल पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र भसीन ने कहा कि प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटों में से तीन लोकसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया गया है. लिहाजा, बाकी बचे दो लोकसभा सीटों पर भी प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा, इन दोनों लोकसभा सीटों से प्रत्याशी कौन होगा, इसका निर्णय बीजेपी आलाकमान को लेना है.
गढ़वाल लोकसभा सीट पर जिले और विधानसभाएं ऐसे में बीजेपी आलाकमान की ओर से जो भी निर्णय लिया जाएगा, वो सभी को मान्य होगा. साथ ही विपक्ष पर तंज करते हुए देवेंद्र भसीन ने कहा कि कांग्रेस सिर्फ पौड़ी सीट नहीं बल्कि, सभी लोकसभा सीटों पर पिछड़ी हुई है. क्योंकि, कांग्रेस ने अभी तक किसी भी लोकसभा सीट पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान नहीं किया है. कांग्रेस में जो बिखराव की स्थिति बनी हुई है, उसके चलते ही कांग्रेस नेता पलायन की स्थिति में आ गए हैं.
कांग्रेस बोली- तमाम घटनाएं गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र में हुए, बीजेपी से नाराज जनता:वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि गढ़वाल लोकसभा सीट इस वजह से भी हॉट सीट है. क्योंकि, सारी घटनाएं इस लोकसभा क्षेत्र में घटी है. जोशीमठ की बर्बादी वहीं हुई, 17 लोगों की करंट से मौत वहीं हुई. अग्निपथ योजना का सबसे ज्यादा प्रभाव इसी क्षेत्र में है. अंकिता भंडारी हत्याकांड भी गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र में है.
जिसके चलते गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र की जनता बीजेपी से काफी नाराज हैं. लिहाजा, आगामी चुनाव में कांग्रेस का प्रत्याशी चुनाव जीतेगा. साथ ही कहा कि गढ़वाल लोकसभा सीट के लिए कांग्रेस में भी तमाम दावेदार हैं और जो मजबूत दावेदार है, वो चुनाव की तैयारियां कर रहे हैं.
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