चंडीगढ़: जींद से बीजेपी विधायक कृष्ण मिड्ढा को हरियाणा विधानसभा का डिप्टी स्पीकर चुना गया है. कैबिनेट मंत्री कृष्णलाल पंवार ने कृष्ण मिड्ढा के नाम का प्रस्ताव रखा सदन में रखा. विधायक घनश्याम अरोड़ा ने समर्थन किया. जिसके बाद विधायक कृष्ण मिड्ढा सर्वसम्मति से विधानसभा के उपाध्यक्ष चुन लिए गये. मुख्यमंत्री नायब सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा समेत कई मंत्री और विधायकों ने कृष्ण मिड्ढा को डिप्टी स्पीकर की चेयर पर बैठाया और शुभकामनाएं दी.
52 साल में पहली बार बीजेपी को जिताई जींद सीट-कृष्ण मिड्ढा पहली बार जनवरी 2019 में हुए उपचुनाव में जींद से विधायक बने थे. इस उपचुनाव में कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला और जेजेपी के दिग्विजय चौटाला कृष्ण मिड्ढा के सामने मैदान में थे. लेकिन कृष्ण मिड्ढा ने सभी को शिकस्त दी. 2019 के इसी उपचुनाव में कृष्ण मिड्ढा ने हरियाणा के 52 साल के इतिहास में पहली बार जींद सीट बीजेपी की झोली में डाली और जींद में पहली बार भगवा फहराया था. रणदीप सुरजेवाला तीसरे नंबर पर रहे. उसके बाद कृष्ण मिड्ढा 2019 और 2024 विधानसभा चुनाव में भी लगातार जीत दर्ज करके वो तीन बार विधानसभा सदस्य बने.
पिता की मृत्यु के बाद उपचुनाव में बने विधायक-कृष्ण लाल मिड्ढा के पिता हरि चंद मिड्ढा इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) से 2009 और 2014 में दो बार विधायक बने. अगस्त 2018 में हरिचंद मिड्ढा का निधन हो गया. जिसके बाद जनवरी 2019 में जींद सीट पर उपचुनाव हुआ. बीजेपी ने दिवंगत हरि चंद मिड्ढा के बेटे कृष्ण मिड्ढा को टिकट दिया. तो वहीं कांग्रेस ने अपने बड़े नेता रणदीप सुरजेवाला और जेजेपी ने दिग्विजय चौटाला को प्रत्याशी बनाया. लेकिन उपचुनाव के नतीजे आये तो कृष्ण मिड्ढा ने 12 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासलि की.
जाट लैंड में बीजेपी की जमीन बनाने वाले कद्दावर नेता-कृष्ण लाल मिड्ढा नवंबर 2018 में बीजेपी में शामिल हुए थे. इनेलो विधायक और पिता हरि चंद मिड्ढा की मृत्यु के बाद मनोहर लाल ने ही उन्हें बीजेपी में शामिल कराया था. जिसके बाद से वो लगातार बीजेपी में सक्रिय नेता के तौर पर काम कर रहे हैं. जाट लैंड में बीजेपी का जनाधार बनाने वाले नेताओं में कृष्ण मिड्ढा का नाम सबसे आगे आता है. जींद विधायक और अब हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर बने कृष्ण मिड्ढा पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के करीबी नेताओं में रहे हैं.