छतरपुर:विश्व प्रसिद्ध पर्यटन नगरी खजुराहो के घंटाई मंदिर की दुर्दशा खस्ताहाल है. घंटाई मंदिर के आसपास कचरे का ढ़ेर लगा रहता है. यह मंदिर चंदेल कालीन का है. आरोप है कि विभाग के जिम्मेदार अधिकारी इस पर कोई संज्ञान नहीं ले रहे हैं. घंटाई मंदिर कई तरह की जरूरी चीजों की कमी से जूझ रहा है.
मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण का आरोप
खजुराहो के घंटाई मंदिर के आसपास कई तरह की कमियां दिखाई देती हैं. कई साल पहले इस मंदिर के आसपास की जमीन को एक्वायर (प्राप्त) करने की कवायद शुरू हुई थी. जिसमें काफी बड़ी मात्रा में उक्त जमीन का अधिग्रहण भी किया गया था. आरोप है कि अधिग्रहण की गई जमीन पर लोगों के द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है. मंदिर के आसपास कूड़े कचरे का ढेर लगा हुआ है. इसकी शिकायत स्थानीय लोगों ने कई बार भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के मुख्य अधीक्षक शिवाकांत बाजपेई से की थी.
पुरानी बस्ती निवासी गणेश भूषण अवस्थी ने बताया सच्चाई (ETV Bharat) खजुराहो में विदेशों से बड़ी संख्या में आते हैं पर्यटक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान का असर खजुराहो के चंदेल कालीन मंदिर की साफ सफाई में नहीं दिखाई दे रहा है. यह मंदिर एक हजार वर्षों से ज्यादा पुरानी है. मंदिर का रखरखाव भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के द्वारा किया जाता है. यहां मंदिर की शिल्प कला को देखने के लिए देश और विदेशों से बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं.
स्थानीय लोग कई बार कर चुके हैं शिकायत
पुरानी बस्ती निवासी गणेश भूषण अवस्थी ने बताया, "यहां पर्यटक तो आते हैं लेकिन यहां की दुर्दशा और गंदगी को देखकर वापस चले जाते हैं. विभाग के द्वारा यहां साफ सफाई करके स्थल को सुंदर बनाया जाए तो बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आएंगे.'' जब इस मुद्दे पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के मुख्य अधीक्षक शिवाकांत बाजपेई से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि, ''मंदिर के आसपास गंदगी होने की शिकायत मिली है, जल्द वहां की स्थिति ठीक करवाई जायेगी."