करनाल:हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी और दो कर्मचारियों को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है. खाद्य आपूर्ति विभाग के सहायक राजेंद्र सिंह, निरीक्षक नीरज वाधवा और सेवादार (सेवानिवृत्त) रामचंद्र को रिश्वत लेने के आरोप में एसीबी ने गिरफ्तार किया है. डिपो होल्डरों का आरोप है कि ये तीनों उनसे मासिक तौर पर रिश्वत वसूल रहे थे. रामचंद्र को एसीबी ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. बाकि दो की संलिप्तता पाई गई है.
खाद्य आपूर्ति विभाग के तीन कर्मचारी गिरफ्तार: शिकायतकर्ता ने बताया कि उसकी पत्नी के नाम गांव खराजपुर तथा भाई के नाम पर कस्बा कुंजपुरा में राशन डिपो है. खंड कुंजपुरा में 31 अलग-अलग गांवों के अलग-अलग व्यक्तियों के पास राशन वितरण करने के डिपो हैं. ये सभी डिपो खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, खंड कुंजपुरा, करनाल में कार्यरत निरीक्षक नीरज वाधवा के अधीन आते हैं. नीरज रामचंद्र के जरिए डिपो होल्डर से मंथली लेता था.
डिपो होल्डर से लेते थे मंथली: शिकायतकर्ता ने बताया डिपो होल्डरों को सरकार की तरफ से 200 रुपये प्रति क्विंटल राशन के हिसाब से कमीशन मिलता है. निरीक्षक नीरज वाधवा डिपो होल्डरों से सरकार की तरफ से आई राशि में से 3 प्रतिशत से 5 प्रतिशत कमीशन और इसके अलावा डिपो होल्डरों से 20 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से रिश्वत लेता है. रिश्वत की ये राशि रामचंद्र सेवादार (सेवानिवृत्त) द्वारा डिपो होल्डरों से एकत्रित की जाती है.
ऐसे होता था रिश्वत की राशि का बंटवारा: शिकायतकर्ता ने बताया कि रामचंद्र सभी डिपो होल्डरों से कमीशन राशि एकत्रित करके निरीक्षक नीरज विधवा को देता है. कुछ रिश्वत का हिस्सा अपने पास रखता है. आरोप है कि निरीक्षक नीरज वधवा अपने विभाग के उच्च अधिकारियों को भी मंथली के तौर पर रिश्वत राशि देता है. बताया गया कि सरकार से सभी 31 डिपो होल्डरों का राशन वितरण करने का कमीशन 23,29,178 रुपये आया हुआ था. ये राशि निरीक्षक नीरज वाधवा उच्च अधिकारियों द्वारा डिपो होल्डरों के बैंक खाते में जारी की जा चुकी थी.