सुरक्षाकर्मियों के साथ केदारनाथ धाम पहुंचे कांवड़िये (Video-Etv Bharat) रुद्रप्रयाग:आपदा के बादकेदारनाथ पैदल मार्ग को दुरुस्त किया जा रहा है, लेकिन कुछ जगहों पर अभी भी कार्य ट्रीटमेंट जरूरी है. जिससे यात्री सुगमता से यात्रा कर सकें. वहीं 15 दिन बाद पैदल चलकर यूपी, गुजरात और हरियाणा के कांवड़िये केदारनाथ धाम पहुंचे हैं. सुरक्षा जवानों की निगरानी में श्रद्धालुओं को केदारनाथ धाम पहुंचाया गया. जिसके बाद उन्होंने बाबा केदार का जलाभिषेक किया.
डीएम सौरभ गहरवार ने कहा कि केदारनाथ पैदल यात्रा शुरू नहीं हुई है. पैदल मार्ग को एक-दो स्थानों पर अभी ट्रीटमेंट की जरुरत है. कुछ तीर्थ यात्री कांवड़ लेकर आये थे. सुरक्षा जवानों की निगरानी में श्रद्धालुओं को केदारनाथ धाम पहुंचाया गया. जल्द ही पैदल मार्ग पूरी तरह से दुरुस्त करने के बाद बाबा केदार की पैदल यात्रा सुचारू कर दी जाएगी. बता दें कि 31 जुलाई की रात केदारनाथ पैदल मार्ग पर आई त्रासदी के कारण पैदल मार्ग जगह-जगह ध्वस्त हो गया था. जिसके बाद सबसे पहली प्राथमिकता के तहत पैदल मार्ग से तीर्थ यात्राओं को सुरक्षित निकाला गया.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की निगरानी और डीएम सौरभ गहरवार के नेतृत्व में चले रेस्क्यू अभियान में हजारों श्रद्धालुओं एवं स्थानीय जनता को हेली सेवा के साथ पैदल आवाजाही से उनकी जान को बचाया गया. इसके बाद प्रशासन की ओर से पैदल मार्ग को तेजी के साथ दुरुस्त करने की चुनौती थी. इस चुनौती को भी जिला प्रशासन ने पार पा लिया है. आपदा से 19 किलोमीटर पैदल मार्ग 29 जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गया था. तेजी से काम होने के चलते अब पैदल मार्ग के एक-दो जगहों पर ही परेशानी बनी है.
डीएम सौरभ गहरवार ने बताया कि अब तक 10 लाख 93 हजार 632 श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं. इन दिनों 150 से 200 के करीब तीर्थ यात्री केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं. हेली सेवाओं के साथ ही पैदल चलकर भी बाबा के भक्त धाम पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि पैदल मार्ग के डेंजर वाली जगहों पर सुरक्षा जवान तैनात किए गए हैं. पैदल मार्ग पर सैकड़ों की संख्या में लोनिवि गुप्तकाशी के मजदूर मार्ग का ट्रीटमेंट करने में लगे हुए हैं. इसके अलावा सोनप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग को भी दुरुस्त करने का काम तेजी से चल रहा है. यहां भी जल्द ही वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी. एनएच विभाग की मशीनें और मजदूर राजमार्ग को दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं. वहीं अभी पैदल केदारनाथ यात्रा बंद है.
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