कानपुर : जिले में शनिवार की रात 2 बसों से 80 लोगों को ईसाई बनाने के लिए उन्नाव लेकर जाया जा रहा था. वहां एक चर्च में उनका धर्म परिवर्तन कराने की तैयारी थी. इस दौरान पुलिस ने बसों को रुकवा लिया था. गंगा बैराज पर चेकिंग के दौरान पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ लिया था. इसके बाद 200 की भीड़ नवाबगंज थाने पहुंच गई. दबाव में आकर पुलिस कुछ नहीं कर पाई. भीड़ दोनों आरोपियों को छुड़ा ले गई. बजरंग दल ने इस पर नाराजगी जताई है.
बीते शनिवार को नवाबगंज थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि 2 बसों के जरिए शहर के अलग-अलग इलाकों से 80 हिंदुओं को जिसमें महिला और पुरुष दोनों शामिल हैं, उन्हें उन्नाव जिले के नवाबगंज स्थित एक चर्च में ले जाया जा रहा था. वहां उनका धर्म परिवर्तन कराया जाना था.
सूचना मिलते ही पुलिस ने शनिवार रात करीब 8 बजे से ही नवाबगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत गंगा बैराज पर चेकिंग शुरू कर दी. पुलिस ने देर रात करीब 1:00 बजे दो बसों को चेकिंग के दौरान रोक लिया. दोनों बसों में 80 हिंदु और 20 ईसाई थे. बस में सवार संजय वाल्मीकि नाम के एक युवक ने बताया कि साइमन विलियम और दीपक मोरिस उन्हें 50 हजार रुपये महीने, नौकरी, मकान समेत अन्य प्रलोभन में फंसा कर उनका धर्म परिवर्तन कराने ले जा रहे हैं.
संजय वाल्मीकि द्वारा इस पूरे मामले को लेकर तहरीर भी दी गई थी. इसके आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. उन्हें थाने ले आई थी. बजरंग दल के जिला संयोजक कृष्णा तिवारी ने बताया कि उसी रात करीब 200 से अधिक लोगों की भीड़ थाने पहुंची. थाने में घेराव कर जमकर हंगामा भी किया.